बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस बार ७० दिन की बंदी प्रस्तावित है। लेकिन फाइनल स्थिति अभी सामने नहीं आई है। किसान प्रतिनिधियों ने पुरानी भाखड़ा कैनाल में दीवार निकालने की मांग भी रखी। जिससे बैक फ्लो को रोका जा सके। साथ ही बंदी लेने के समय का निर्धारण आपसी सहमति से लेने की मांग की। नहीं तो बागवानी वाले किसान बर्बाद हो जाएंगे।
सादुलशहर विधायक ने बैठक एजेंडा नहीं भेजे जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यदि हमें तीन दिन पहले एजेंडा मिल जाएगा तो बेहतर तैयारी के साथ समस्या समाधान को लेकर सुझाव भी दे सकेंगे। सदस्यों ने लिंक के शेयर से छेड़छाड़ नहीं करने की बात भी कही। गत बैठक में मोती राम कमेटी की सिफारिश लागू करने का प्रस्ताव पास होने के बावजूद बैठक बिंदु में इसे शामिल नहीं करने पर किसान नेता ओम जांगू ने नाराजगी जाहिर की।
बैठक में सादुलशहर विधायक ने कहा कि सीएडी के दफ्तर को वापस हनुमानगढ़ लाने की तैयारी चल रही है। इसे लेकर हम प्रयास कर रहे हैं। जिससे भविष्य में सभी कच्चे खाले पक्के हो सकें। उन्होंने कहा कि गत सरकार की कुछ कमियां रही थी, इसलिए जनता हमें लेकर आई है। इसलिए हम चाहते हैं कि किसानों की समस्याओं का हल जरूर निकले।
-दोपहर ३.३२ बजे तक सभी अधिकारी बैठक सभागार में पहुंच गए।
-३.३६ बजे संगरिया विधायक गुरदीप सिंह शाहपीनी ने बैठक में भाग लेने के लिए सभागार मेें प्रवेश किया।
-बैठक की अध्यक्षता करने वाले कलक्टर जाकिर हुसैन ३.४१ बजे बैठक सभागार में पहुंचे।
-भाखड़ा रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक शाम ४.२४ बजे संपन्न हुई।
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