वेश्यावृत्ति अड्डे की संचालिका से जान का खतरा, पुलिस जुटी जांच में
हनुमानगढ़Published: Jun 28, 2019 12:39:54 pm
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हनुमानगढ़. देह व्यापार के कथित अड्डे व संचालिका के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर टावर पर चढ़े प्रौढ़ के आरोपों के आधार पर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। जंक्शन पुलिस ने शुक्रवार को आरोपों की पड़ताल के लिए टीम गठित की सुरेशिया के प्रौढ़ राजेन्द्र कुमार के गुरुवार को सतीपुरा में मोबाइल टावर पर चढऩे की घटना के बाद पुलिस पर वेश्यावृत्ति के कथित अड्डे पर कार्रवाई का दबाव है। दूसरी ओर पुलिस ने टावर पर चढऩे वाले पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
वेश्यावृत्ति अड्डे की संचालिका से जान का खतरा, पुलिस जुटी जांच में
वेश्यावृत्ति अड्डे की संचालिका से जान का खतरा, पुलिस जुटी जांच में
– कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर टावर पर चढ़े प्रौढ़ के आरोपों के आधार पर पुलिस कर रही पड़ताल
– पुलिस अफसरों पर कार्रवाई का दबाव, टावर पर चढ़े प्रौढ़ पर नहीं दर्ज किया मुकदमा
हनुमानगढ़. देह व्यापार के कथित अड्डे व संचालिका के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर टावर पर चढ़े प्रौढ़ के आरोपों के आधार पर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। जंक्शन पुलिस ने शुक्रवार को आरोपों की पड़ताल के लिए टीम गठित की। प्रौढ़ राजेन्द्र कुमार (45) पुत्र काशीराम नायक निवासी वार्ड 42, सुरेशिया के गुरुवार को गांव सतीपुरा में बीएसएनएल के मोबाइल टावर पर चढऩे की घटना के बाद पुलिस पर वेश्यावृत्ति के कथित अड्डे व उसकी संचालिका पर कार्रवाई का दबाव है। दूसरी ओर पुलिस ने टावर पर चढऩे वाले राजेन्द्र सिंह के पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। वह गुरुवार को दोपहर पौने बारह बजे टावर पर चढ़ा तथा रात नौ बजकर आठ मिनट पर नीचे उतरा था। समझौता वार्ता में पुलिस अधिकारियों ने उस पर मामला दर्ज नहीं करने का भरोसा दिलाया था। इस कारण वह टावर से उतर कर घर चला गया। टावर पर मोबाइल फोन व पेट्रोल से भरी बोतल लेकर चढ़े प्रौढ़ ने आरोप लगाया था कि उनके पड़ोस में संचालित अड्डे की संचालिका पर शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में वह बेखौफ होकर शिकायत करने वालों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रही है। प्रौढ़ ने कार्रवाई नहीं होने पर पेट्रोल छिड़कर आत्मदाह की चेतावनी दी थी।
गौरतलब है कि राजेन्द्र कुमार के टावर पर चढऩे की सूचना के बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कई घंटों तक उसकी समझाइश की थी। इस दौरान उसने पुलिस अधिकारियों को मोबाइल फोन पर बताया कि देह व्यापार रैकेट सरगना मंजू अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद उसके पड़ोस में रहने वाली एक महिला को भी पिछले साल 5 जून 2018 को वेश्यावृत्ति का अड्डा चलाते जंक्शन पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद नगर परिषद ने वार्ड 42 में कब्जे की जगह पर संचालित उसके वेश्यावृत्ति के अड्डे को तोड़ दिया था। लेकिन महिला ने जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद फिर से गलत धंधा शुरू कर दिया। तोड़े गए मकान की जगह फिर निर्माण कर लिया है। वह बाहर से लड़कियों को बुलाकर उनसे वेश्यावृत्ति करवाती है।
विरोध पर हमला
राजेन्द्र कुमार का आरोप था कि जो भी उस महिला का विरोध करता है, वह उस पर हमला करवा देती है। उसने कई बार विरोध किया तो उस पर भी तीन-चार बार हमले करवाए। तीन-चार दिन पहले एक बुजुर्ग ने उसका विरोध किया तो अड्डा संचालिका ने उसे गुण्डों से पिटवा दिया। कई बार सुरेशिया चौकी व जंक्शन थाने के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों से उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। राजेन्द्र नायक का आरोप है कि महिला ने उसे धमकी दी है कि 27 जून को उसके घर जगराता है। इसके बाद वह उसे निपट लेगी। उसे जान का खतरा है। अगर पुलिस कार्यवाही नहीं करेगी तो वह उसे व उसके परिवार को नुकसान पहुंचा सकती है।
क्या है मामला
दिल्ली की एक किशोरी को एक लाख रुपए में खरीदकर उससे देह व्यापार कराने के बहुचर्चित मामले में मंजू अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वेश्यावृत्ति के अड्डों के खिलाफ अभियान चलाया था। इसके तहत शहर में कई जगह संचालित वेश्यावृत्ति के अड्डों पर छापेमारी कर इस धंधे से जुड़ी कई महिलाओं व पुरुषों को गिरफ्तार कर पीटा एक्ट में कार्रवाई की गई थी। मंजू अग्रवाल अभी जेल में बंद है। पांच जून की रात्रि को जंक्शन और महिला पुलिस ने हुड़को कॉलोनी के एक मकान में चल रहे देह व्यापार के अड्डे से छह जनों को गिरफ्तार किया था। 15 जून को नगर परिषद ने कब्जे की जगह पर चलाए जा रहे देह व्यापार के अड्डे को ध्वस्त कर दिया था।