यह है पूरा मामला ( hanumangarh news ) चिकित्सकों के इस अघोषित घटनाक्रम से राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुंचे सैकड़ों रोगियों को निराश घर लौटना पड़ा। रोगियों के साथ आए परिजनों ने चिकित्सालय की इस अव्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी कर रोष प्रकट किया। वहीं इस घटनाक्रम की जानकारी जिला कलक्टर को मिलने के बाद उन्होंने सीएमएचओ को अवकाश पर गए चिकित्सकों को तुरंत प्रभाव से ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए। परंतु दोनों ही पारियों में अवकाश पर चल रहे पांचों चिकित्सकों में से एक भी चिकित्सक काम पर नहीं लौटा। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय राजकीय चिकित्सालय के प्रभारी डॉ.सुरेन्द्र शर्मा का स्थानांतरण निकटवर्ती गांव फेफाना हो जाने के कारण उन्हे बुधवार को रिलीव होना था। इस बात की पूर्व सूचना चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सकों को मिली तो वे गुपचुप रूप से सीएल व अवकाश आदि लेकर छुट्टी पर चले गए।
पूरा चिकित्सालय रोगियों से भर गया चिकित्सालय सूत्रों की मानें तो वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.विनोद मूंड सीएल, डॉ.बीएल कुमावत व डॉ.संगीता बरोड़ साप्ताहिक अवकाश ओर डॉ.राकेश शर्मा व डॉ.जयप्रकाश सुथौड़ मेडिकल पर अवकाशरत रहे। ऐसे में दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. पूनम स्वामी, निश्चेतक डॉ.मेघना, शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.गौतम व सर्जन डॉ.जसवंत मीणा के कमरों में रोगी उमड़ पड़े। मौसमी बिमारियों के चलते चिकित्सालय में ओपीडी का आंकड़ा वैसे ही आसमान छू रहा था। चिकित्सकों के अवकाश से तो पूरा चिकित्सालय रोगियों से भर गया।
तहसीलदार अशोक गोरा को मौके पर भेजा विशेषज्ञ चिकित्सकों के कमरों पर लटक रहे तालों को देख रोगियों व उनके साथ आए परिजनों ने हंगामा कर दिया। इस बात की सूचना जब जिला कलक्टर जाकिर हुसैन के पास पहुंची। तो उन्होंने तहसीलदार अशोक गोरा को मौके पर भेजा। चिकित्सालय में रोगियों की भीड़ को देख तहसीलदार भी भौचक रह गए। उन्होंने मौके पर ही बीसीएमओ डॉ.प्रदीप कड़वासरा से अवकाशरत चिकित्सकों की सूची मांगी।
शाम की पारी में भी अवकाशरत चिकित्सकों में से कोई चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। जिससे चिकित्सालय के हालात बिगड़े रहे। वहीं चिकित्सालय प्रभारी डॉ.सुरेन्द्र शर्मा के रिलीव होने के बाद शाम की पारी में राजकीय चिकित्सालय बिना किसी प्रभारी के संचालित होता रहा।