ऐसी है स्थिति
बात अगर जिले की करें तो इस वर्ष पल्लू स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के दसवीं के दो विद्यार्थियों ने 95 तथा एक ने 96 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए। यही स्थिति गत वर्ष परीक्षा परिणाम की रही थी। इसके बावजूद उनको लेपटॉप आदि योजना में शामिल नहीं किया जाता।
राज्य में 32 स्कूल
प्रदेश में कुल 32 जवाहर नवोदय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें से हनुमानगढ़ में एक तथा श्रीगंगानगर में दो हैं। राज्य के इन 32 विद्यालयों में हजारों विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। हर साल सैकड़ों पढ़ेसरी बोर्ड परीक्षाओं में 90 या उससे अधिक प्रतिशत प्राप्त करते हैं। लेकिन सम्मान से वंचित रह जाते हैं।
हो जाए तो अच्छा
विद्यालय में विद्यार्थियों को तमाम सुविधाएं दी जाती हैं। उनको लेपटॉप, स्कूटी या अन्य योजना के तहत पुरस्कृत नहीं किया जाता है। यदि ऐसा हो जाए तो और अच्छा ही है। – एमएल वर्मा, प्राचार्य, जवाहर नवोदय विद्यालय पल्लू।
शामिल नहीं
लेपटॉप, साइकिल, स्कूटी आदि राज्य सरकार की योजनाएं हैं। इसमें जवाहर नवोदय विद्यालयों के बच्चों को शामिल नहीं किया जाता। – तेजासिंह गदराना, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, हनुमानगढ़।