डीएसओ बोले, गेहूं भंडारण में आ सकती है दिक्कत, चक जहाना में खरीद केंद्र बनाने का
प्रस्ताव हुआ नामंजूर
हनुमानगढ़Published: Feb 26, 2019 07:37:28 pm
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डीएसओ बोले, गेहूं भंडारण में आ सकती है दिक्कत, चक जहाना में खरीद केंद्र बनाने का प्रस्ताव हुआ नामंजूर
हनुमानगढ़. जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद प्रारंभ होने से पहले तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर जाकिर हुसैन ने सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में बैठक ली। इसमें कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय से सभी कार्य करें। ताकि काश्तकार और आमजन को कोई परेशानी ना आए। बैठक में जिला रसद अधिकारी उम्मेद सिंह पूनियां ने बताया कि जिले में गेहूं खरीद को लेकर 14 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 13 पर एफसीआई और नोहर केन्द्र पर तिलम संघ गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद करेगा। गेहूं खरीद तैयारियों को लेकर जिला रसद अधिकारी ने अब तक की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि चक जहाना पर भी गेहूं खरीद के लिए प्रपोजल भेजा था लेकिन वो रिजक्ट कर दिया गया। कृषि विभाग के उपनिदेशक दानाराम गोदारा ने बताया कि इस बार जिले में करीब 2.49 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बिजाई हुई है। करीब 10 लाख मैट्रिक टन गेहूं होने की संभावना जताई जा रही है। जो पिछली बार से ज्यादा है। इस पर एफसीआई के एरिया मैनेजर लोकेश ब्रह्मभट्ट ने बताया कि पिछली बार 5.28 लाख मैट्रिक टन गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद की गई थी। इस बार यह करीब 5.82 मैट्रिक टन रहने की संभावना है। जिले में गेहूं खरीद को लेकर संभावित तिथि 1 अप्रैल से 15 जून है। साथ ही एरिया मैनेजर ने बताया कि पिछले साल श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ को छोडक़र पूरे भारत में आनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। इस बार भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को लेकर कोई दिक्कत आई तो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन से भी खरीद की जा सकती है। ब्रह्मभट्ट ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को लेकर पूरा तरीका बताया कि किस प्रकार काश्तकार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। एफसीई के एरिया मैनेजर लोकेश ब्रह्मभट्ट ने बताया कि चावल और गेहूं मिनिस्टरी ऑफ फूड खरीदती है वहीं सरसों, चना और मूंग मिनिस्टरी ऑफ एग्रिक्लचर खरीदता है। इसलिए इनकी खरीद को लेकर प्रक्रिया कुछ भिन्न हो सकती है। एफसीआई के एरिया मैनेजर ने बताया कि जिले में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर 1 करोड़ 16 लाख बारदाना की जरूरत पड़ेगी। जिसमें से 71 लाख पहुंच चुका है। बाकी का बारदाना कलकत्ता से लाने के प्रोसेस में है। अगले 20-25 दिन में पूरा बारदाना यहां पहुंच जाएगा। जिला कलक्टर ने कहा कि मंडी यार्ड में शैड किसानों के लिए खाली रखें। ताकि काश्तकारों को परेशानी ना हो। एफसीआई के अधिकारियों ने लिफ्टिंग को लेकर इश्यू उठाया कि पीलीबंगा और डबलीराठान में ट्रेक्टर ट्रॉली और ट्रक के जरिए लिफ्टिंग को लेकर कुछ दिक्कतें आ सकती है। इस पर जिला परिवहन अधिकारी जगदीश अमरावत ने कहा कि पीलीबंगा और डबलीराठान समेत सभी जगहों को लेकर ट्रक यूनियन और ट्रॉली यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर आपसी समन्वय से गेहूं की लिफ्टिंग करवा दी जाएगी। इसमें किसी प्रकार की कोई उलझन का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिला रसद अधिकारी उम्मेद सिंह पूनियां ने बताया कि संगरिया और रावतसर में स्टोरेज की दिक्कत आ सकती है। लिहाजा इसको लेकर मंडी यार्ड या फैक्ट्री इत्यादि में एक बार स्टोरेज की व्यवस्था कर ली जाए। बैठक में व्यापारियों ने समस्या बताई कि बारदाना के भार 580 ग्राम होता है लेकिन सूखने के बाद उसका वजन 400 ग्राम रह जाता है। इसको लेकर एफसीआई के अधिकारियों ने बताया कि इस समस्या को लेकर पूरी जानकारी उच्च स्तर पर दी जा चुकी है।