scriptशिक्षा संकुल से भी टला नहीं संकट | 'Education Packages' also do not endanger the crisis | Patrika News

शिक्षा संकुल से भी टला नहीं संकट

locationहनुमानगढ़Published: Apr 21, 2019 12:29:52 pm

Submitted by:

adrish khan

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शिक्षा संकुल से भी टला नहीं संकट

शिक्षा संकुल से भी टला नहीं संकट


‘शिक्षा संकुलÓ से भी टला नहीं संकट
– शिक्षा विभाग में ढांचागत बदलाव के बावजूद कार्यालय अलग-अलग जगह संचालित
– दफ्तरों में कई किलोमीटर की दूरी से होती है समस्या
हनुमानगढ़. शिक्षा विभाग के ढांचे में जिला स्तर पर किए गए बदलाव का मंशा के अनुरूप अब तक लाभ नहीं मिल सका है। ‘शिक्षा संकुलÓ की तर्ज पर हर जिले में शिक्षा विभाग के सभी कार्यालय एक ही परिसर में संचालन का प्रयास किया जा रहा है। इसी के चलते गत वर्ष जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के ढांचे में बदलाव किया गया। रमसा व एसएसए का एकीकरण कर उसे समसा बना दिया गया। उप निदेशक का पद भी सृजित किया गया। मगर अब तक सभी दफ्तर एक ही परिसर में संचालित नहीं हो सके हैं। जिला मुख्यालय पर डीईओ प्रारंभिक व माध्यमिक (मुख्यालय) तथा समसा तीन से चार किलोमीटर के दायरे में अलग-अलग जगह संचालित हो रहे हैं।
इस कारण इन कार्यालयों में आने वाले लोगों को कई किलोमीटर के चक्कर काटने पड़ते हैं। अगर सभी कार्यालयों का एक ही परिसर में संचालन शुरू हो जाए तो शिक्षक, विद्यार्थी व अभिभावकों को तो लाभ होगा ही, साथ ही उप निदेशक भी सभी कार्यालयों की बेहतर मॉनीटरिंग कर सकेंगे। यद्यपि अभी तक जिला स्तर पर शिक्षा संकुल की तर्ज पर अलग से भवन बनाने के लिए जमीन आवंटन नहीं कराई जा सकी है। फिलहाल संगरिया रोड स्थित राबाउमावि जंक्शन के परिसर में स्थित छात्रावास में ही कई दफ्तरों का संचालन किया जा रहा है। मगर वहां पर्याप्त जगह का अभाव होने के कारण अभी डीईओ प्रारंभिक आदि कार्यालय अन्यत्र ही संचालित किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि बीते साल प्रत्येक जिले में शिक्षा संकुल की तर्ज पर शिक्षा विभाग से जुड़े कार्यालय एक ही छत के नीचे संचालन के लिए व्यवस्था में बदलाव किया। इसके तहत सर्व शिक्षा अभियान तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान को समायोजित कर उसे समसा कर दिया गया। इसी तरह उप निदेशक का पद सृजित कर उसे मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी का नाम दिया गया। डीईओ प्रारंभिक व माध्यमिक के साथ-साथ प्रत्येक ब्लॉक पर भी डीईओ स्तर के अधिकारी का पद सृजित किया गया। इसके अलावा भी शिक्षा अधिकारियों के कई पद सृजित किए गए। इसका उद्देश्य यह था कि समसा, डीईओ प्रारंभिक व माध्यमिक तथा डीडी कार्यालय एक ही जगह संचालित हो ताकि इनसे जुड़े कार्य एक ही छत तले हो सके।
मांग जा चुका प्रस्ताव
जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के ढांचे में किए गए बदलाव के बाद नए तथा समायोजित किए गए शिक्षा विभाग के दफ्तर और पूर्व में संचालित कार्यालय एक ही छत के नीचे संचालित किए जाने हैं। जाएंगे। इस संबंध में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (डीडी) से भवन आदि को लेकर प्रस्ताव भी मांगे जा चुके हैं। मगर बात फिलहाल प्रस्ताव मांगने से आगे नहीं बढ़ी है।
ऐसी है स्थिति
अभी स्थिति यह है कि डीईओ माध्यमिक, डीडी तथा समसा कार्यालय (आधा) एक जगह संचालित हो रहे हैं। जबकि इससे करीब ढाई-तीन किलोमीटर की दूरी पर समसा का आधा कार्यालय कैनाल कॉलोनी में चल रहा है। डीईओ माध्यमिक कार्यालय से डीईओ प्रारंभिक कार्यालय तीन किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर संचालित हो रहा है। हालात यह है कि इन कार्यालयों से संबंधित कामकाज के लिए संबंधित व्यक्ति को कई किलोमीटर धक्के खाने पड़ते हैं। विद्यार्थियों, अभिभावकों, निजी स्कूल संचालकों तथा शिक्षकों के समय की बर्बादी होती ही है, पैसा भी खर्च होता है।
ऐसा है संभव
अभी डीईओ माध्यमिक कार्यालय जहां संचालित हो रहा है, उसके प्रथम तल पर डीडी तथा रमसा कार्यालय चल रहा है। अब डीईओ प्रारंभिक कार्यालय यहां लाने की जरूरत है। एसएसए का जब रमसा में समायोजन हो चुका है तो उसे भी अन्यत्र संचालित करने की जरूरत नहीं है। अगर अलग से भूमि आवंटित होती है तो सबसे बेहतर है। वैसे जानकारों की माने तो जहां अभी डीडी कार्यालय चल रहा है उस भवन के प्रथम तल पर और कक्ष बनाकर अन्य कार्यालय आसानी से चलाए जा सकते हैं।
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