एएसआई केसर सिंह न बताया कि मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान सुरजाराम पुत्र रामरख निवासी किकरालिया, न्योलखी रावतसर के रूप में हुई। मृतक की उम्र 50 वर्ष के करीब है। उसकी जेब या आसपास से कोई सुसाइड नोट वगैरह नहीं मिला है। मृतक के परिजनों को सूचना कर दी है। शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। प्रौढ़ के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या के सवाल पर एएसआई ने कहा कि अभी कुछ नहीं कह सकते। मृतक के परिजनों के आने पर ही घटना के कारणों का पता चल सकेगा।
लोन बढ़कर हुआ दस लाख
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि मृतक किसान सुरजाराम ने बैंक से अपनी जमीन पर केसीसी बनवाकर साढ़े छह लाख का लोन लिया था। अब यह लोन की राशि ब्याज मिलाकर करीब दस लाख रुपए हो चुकी है। मृतक सुरजाराम के भतीजे ओम प्रकाश ने बताया कि ऋण वसूली के लिए बैंक वाले उसे परेशान कर रहे थे। रावतसर थाने से पुलिस भी एक दो बार आई थी और सुरजाराम को अपने साथ ले गई थी। इन कारणों के चलते वे मानसिक रूप से परेशान थे। मृतक सूजाराम की 15 बीघा भूमि है जो गांव की गालियां में ही है। उसमें से आधी जमीन में पानी लगता है जबकि आधी जमीन बारानी है। मृतक की एक लड़का और 4 लड़कियां हैं। सभी शादीशुदा हैं।
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि मृतक किसान सुरजाराम ने बैंक से अपनी जमीन पर केसीसी बनवाकर साढ़े छह लाख का लोन लिया था। अब यह लोन की राशि ब्याज मिलाकर करीब दस लाख रुपए हो चुकी है। मृतक सुरजाराम के भतीजे ओम प्रकाश ने बताया कि ऋण वसूली के लिए बैंक वाले उसे परेशान कर रहे थे। रावतसर थाने से पुलिस भी एक दो बार आई थी और सुरजाराम को अपने साथ ले गई थी। इन कारणों के चलते वे मानसिक रूप से परेशान थे। मृतक सूजाराम की 15 बीघा भूमि है जो गांव की गालियां में ही है। उसमें से आधी जमीन में पानी लगता है जबकि आधी जमीन बारानी है। मृतक की एक लड़का और 4 लड़कियां हैं। सभी शादीशुदा हैं।