शनिवार से ही इलाके में दिन-रात रुक-रुककर रिमझिम हो रही है। रविवार को भी मौसम यथावत ही बना रहा ठंडी हवाएं चलती रही और बादल छाए रहे। जिससे शहर व गांवों के निचले इलाके व गलियां आदि पानी से भर गए।
READ :- BJP गरीबों के हित की पार्टी ‘भाजपा ही है जो गरीब चाय बेचने वाले को पीएम बनाती है’ : शाह उधर, खेतों में जल भराव होने से मूंग की फसल को नुकसान होने की आशंका किसानों ने जताई। गांव कीकरवाली के पंच रामनिवास व कृषि पर्यवेक्षक सुरेंद्र छिंपा ने बताया कि मूंग व काटे गए ग्वार की फसल का बरसात से हुए नुकसान का आंकलन उपरांत रिपोर्ट कृषि विभाग को भेजी जाएगी।
तहसीलदार सत्यनारायण सुथार ने बताया कि दो दिनों में 25 एमएम बरसात मापी गई है, लेकिन नुकसान की कहीं से सूचना नहीं मिली है। बरसात को देखते हुए जरुरत के अनुसार उचित प्रबंध किए गए हैं। वहीं किसानों का कहना है कि बारिश हुए खराब हुई फसलों का शीघ्र सर्वे करवाकर किसानों को उचित मुआवजा नहीं दिया गया तो उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अधिक खराब हो जाएगी।
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