हनुमानगढ़. नहरी जिले के किसानों को करीब एक माह से मांग के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है। फसलों में सिंचाई पानी की मांग बढऩे के बावजूद पानी की मात्रा नहीं बढऩे से किसानों में रोष बढ़ता ही जा रहा है। विभिन्न मांगों को लेकर जल वितरण समिति भगतपुरा के अध्यक्ष केसी गोदारा ने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। हालांकि मंगलवार देर शाम को अभियंताओं से वार्ता के बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी गई।
गोदारा ने बताया कि भाखड़ा नहर में सिंचाई के लिए शेयर के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है। इसकी भरपाई विभाग नहीं कर रहा है। वहीं इंदिरागांधी नहर के टूटने के कारणों की जांच भी नहीं करवाई गई है। भाखड़ा नहर परियोजना के चैयरमेन का चुनाव शीघ्र करवाने, अध्यक्षों के साथ आबयाना वसूली में कर्मचारी लगाने, आबयाने का ब्याज माफ करने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया था। मुख्य अभियंता के साथ हुई वार्ता में सकारात्मक आश्वासन मिलने पर धरना समाप्त कर दिया गया है। इससे पूर्व धरने पर बृजमोहन मूंड,मुकेश जाखड़, डीप्टी सिंह, कीमत सिंह, गुरतेज सिंह, राजपाल छाबा, लाधूराम, गगनदीप सिंह, कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
गोदारा ने बताया कि भाखड़ा नहर में सिंचाई के लिए शेयर के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है। इसकी भरपाई विभाग नहीं कर रहा है। वहीं इंदिरागांधी नहर के टूटने के कारणों की जांच भी नहीं करवाई गई है। भाखड़ा नहर परियोजना के चैयरमेन का चुनाव शीघ्र करवाने, अध्यक्षों के साथ आबयाना वसूली में कर्मचारी लगाने, आबयाने का ब्याज माफ करने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया था। मुख्य अभियंता के साथ हुई वार्ता में सकारात्मक आश्वासन मिलने पर धरना समाप्त कर दिया गया है। इससे पूर्व धरने पर बृजमोहन मूंड,मुकेश जाखड़, डीप्टी सिंह, कीमत सिंह, गुरतेज सिंह, राजपाल छाबा, लाधूराम, गगनदीप सिंह, कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
भाखड़ा में पानी बढऩे की उम्मीद
धरना दे रहे जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों के साथ हुई वार्ता में मुख्य अभियंता ने २७ फरवरी के बाद भाखड़ा में पानी बढऩे के संकेत दिए। मुख्य अभियंता ने बताया कि २७ को बीबीएमबी की बैठक संभावित है। इसमें यदि पंजाब नहरों की सुरक्षा के मुद्दे को देखते हुए अधिक पानी देने को तैयार हो जाएगा, तभी भाखड़ा में १२०० क्यूसेक पानी चलाना संभव हो सकेगा।
धरना दे रहे जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों के साथ हुई वार्ता में मुख्य अभियंता ने २७ फरवरी के बाद भाखड़ा में पानी बढऩे के संकेत दिए। मुख्य अभियंता ने बताया कि २७ को बीबीएमबी की बैठक संभावित है। इसमें यदि पंजाब नहरों की सुरक्षा के मुद्दे को देखते हुए अधिक पानी देने को तैयार हो जाएगा, तभी भाखड़ा में १२०० क्यूसेक पानी चलाना संभव हो सकेगा।
वर्तमान में चल रहे पानी पर नजर
वर्तमान में बांधों में पानी की आवक काफी कम हो रही है। बीबीएमबी की बैठक में निर्धारित शेयर के अनुसार वर्तमान में राजस्थान की इंदिरागांधी नहर में ७८००, भाखड़ा में ८५० व गंगकैनाल में १५०० क्यूसेक पानी चलाया जा रहा है। जैसे-जैसे तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, फसलों में सिंचाई पानी की मांग बढ़ रही है। इससे किसान नहरों में पानी की मात्रा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
वर्तमान में बांधों में पानी की आवक काफी कम हो रही है। बीबीएमबी की बैठक में निर्धारित शेयर के अनुसार वर्तमान में राजस्थान की इंदिरागांधी नहर में ७८००, भाखड़ा में ८५० व गंगकैनाल में १५०० क्यूसेक पानी चलाया जा रहा है। जैसे-जैसे तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, फसलों में सिंचाई पानी की मांग बढ़ रही है। इससे किसान नहरों में पानी की मात्रा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।