किसानों को दूसरे जिले में भूमि होने पर नहीं भुगतनी पड़ेगी परेशानी
हनुमानगढ़Published: Apr 20, 2019 12:49:40 pm
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किसानों को दूसरे जिले में भूमि होने पर नहीं भुगतनी पड़ेगी परेशानी
किसानों को दूसरे जिले में भूमि होने पर नहीं भुगतनी पड़ेगी परेशानी
– सरसों व चना समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए करवा सकेंगे रजिस्ट्रेशन
– राजफेड ने जारी किया आदेश
हनुमानगढ़. निवास कर रहे जिले से दूसरे जिले में खेत होने के कारण समर्थन मूल्य पर सरसों व चना बेचने में आ रही अड़चन को दूर कर दिया गया है। किसान संगठनों की ओर से निरंतर की जा रही मांग पर गुरुवार को राजफेड ने आदेश जारी कर दिया कि अब किसान अपनी दूसरे जिले में कृषि भूमि होने पर भी वहां सरसों व चना बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। खेती बचाओ किसान बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक ओम जांगू ने बताया कि श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ के ऐसे सैकड़ों किसान हैं जिनकी कृषि भूमि एक-दूसरे जिले में पड़ती है। उनको समर्थन मूल्य पर सरसों व चना बेचने में दिक्कत हो रही थी। क्योंकि अब तक यह नियम बना हुआ था कि किसान का जहां का भामाशाह कार्ड बना हुआ है, वह अपनी फसल भी वहीं बेच सकता है। अन्यत्र भूमि होने पर रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सकता। यह समस्या निरंतर उठाई तो इसका समाधान कर दिया गया है। अब किसान दूसरे जिले में कृषि भूमि होने पर भी समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। जांगू ने बताया कि चना व सरसों की खरीद के लिए टिब्बी में रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है।