बड़ी बात यह है कि तीन-चार के समूह में आने वाली महिलाएं अपने साथ बच्चों को भी लेकर आती हैं। ऐसे में स्वर्णकार एक प्रतिशत भी उनके चोर गैंग होने को लेकर संदेह नहीं करता। वह उनको अच्छे परिवारों की महिलाएं समझता है। इन सबकी आड़ में महिला गिरोह अपना कार्य निपटा कर चंपत हो जाती हैं।
आठ अगस्त को चन्दनपाल सिंह कण्डा (49) पुत्र गुरनाम सिंह कण्डा निवासी नई आबादी, टाउन ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि उनकी हिसारिया मार्केट के पास चन्दन ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। पांच अगस्त की दोपहर को साड़ी पहने चार महिलाएं आई। उनके साथ दो बच्चे भी थे। उस समय परिवादी के पिता गुरनाम सिंह कण्डा दुकान में अकेले थे। महिलाओं ने उनसे सोने-चांदी की पाजेब व बाली दिखाने को कहा। सोने व चांदी की पाजेब महिलाओं के सामने रख दी। महिलाएं स्वर्णकार को बातों में उलझाकर करीब डेढ़ लाख रुपए की कीमत के जेवरात दुकान से चोरी कर वहां से चली गई। जब घटना का पता चला तो महिलाओं को ढूंढऩे की कोशिश की। लेकिन उनका पता नहीं लगा। पुलिस ने स्वर्णकार की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पीलीबंगा में खरलिया मार्ग स्थित स्वर्णकार प्रवेश सोनी को चूना लगाने वाली अज्ञात महिलाओं की तलाश मेंं पुलिस जुटी हुई है। एसआई शालू बिश्नोई ने बताया कि अज्ञात महिलाओं की बीकानेर, रावतसर व नागौर आदि क्षेत्र में तलाश की। लेकिन महिलाएं गिरफ्त में नहीं आ सकी। कई संदिग्ध महिलाओं की स्वर्णकार से पूर्व में शिनाख्त भी करवाई गई। लेकिन वह उनको पहचान नहीं सका। पुलिस को संदिग्ध अज्ञात महिलाओं के जोधपुर में होने की सूचना है। पुलिस उनकी तलाश में जोधपुर रवाना हो गई। पांच अगस्त को तीन अज्ञात महिलाओं ने स्वर्णकार प्रवेश सोनी को आभूषण दिखाने को कहा। प्रवेश सोनी ने सोने की बालियों सहित अन्य आभूषण का एक बैग महिलाओं के सामने रख दिया। महिलाओं ने उनका ध्यान बंटाकर करीब तीस ग्राम सोने के आभूषण बैग सहित पार कर दिया। जब इसका पता स्वर्णकार को चला तो उसने महिलाओं की तलाश की। मगर वे फरार हो गई। पुलिस के अनुसार सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में महिलाओं के चेहरे स्पष्ट नहीं दिखे।