वित्तीय अड़चनें हुई दूर, एनडीबी ने जारी की स्वीकृति
हनुमानगढ़Published: Nov 12, 2019 08:12:54 pm
https://www.patrika.com/hanumangarh-news/
-इंदिरागांधी नहर में मरम्मत कार्य को लेकर दिल्ली में हुई बैठक
वित्तीय अड़चनें हुई दूर, एनडीबी ने जारी की स्वीकृति
…….फोटो……
हनुमानगढ. मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित बंदी के दौरान इंदिरागांधी मुख्य नहर राजस्थान भाग में मरम्मत कार्य को लेकर रास्ता साफ हो गया है। दिल्ली में बैठक होने के बाद अब वित्तीय अड़चनें दूर हो गई है। मरम्मत प्रोजेक्ट को लेकर ग्यारह नवम्बर को दिल्ली में बैठक संपन्न हो चुकी है। इसमें नेशनल डवलपमेंट बैंक के वाइस प्रेसीडेंट के अलावा राजस्थान के कई अधिकारियों ने शामिल होकर प्रोजेक्ट को अंतिम रूप दे दिया है। बैठक में जल संसाधन विभाग राजस्थान सरकार में मुख्य अभियंता गुण नियंत्रण अमरजीत मेहरड़ा ने इंदिरागांधी नहर के मरम्मत प्रोजेक्ट को लेकर गहनता से चर्चा की। इसमें एनडीबी के वाइस प्रेसीडेंट ने कहा कि ३२९१ करोड़ के मरम्मत प्रोजेक्ट को लेकर ९८६ करोड़ की स्वीकृति जारी कर दी गई है। यह बजट खत्म होने पर और बजट स्वीकृत कर दिया जाएगा। वित्तीय अनुबंध पूर्ण होने के बाद अब जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। पूर्व में सभी तरह की तैयारी पूर्ण होने के बावजूद एनडीबी की ओर से वित्तीय अनुबंध प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई थी। इसके कारण टेंडर आदि की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही थी। अब वित्तीय अनुबंध पूर्ण होने के बाद प्रोजेक्ट को गति मिलेगी। जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद कुमार मित्तल ने बताया कि एनडीबी से फाइनेंसियल एग्रीमेंट हो गया है। इस संबंध में दिल्ली में हुई बैठक में अनुबंध की सभी प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। इंदिरागांधी नहर से हनुमानगढ़ के अलावा श्रीगंगानगर, चूरू, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, झुंझुंनू, सीकर आदि जिलों को जलापूर्ति होती है। प्रोजेक्ट के अनुसार काम हुआ तो चार वर्ष बाद इस नहर में वर्तमान की तुलना में करीब पांच से छह हजार क्यूसेक अधिक पानी प्रवाहित हो सकेगा। इससे प्रदेश के सिंचित क्षेत्र के विस्तार व किसानों को पूरा मिलने की संभावना है। वर्तमान में पटरियां क्षतिग्रस्त होने के कारण इंदिरागांधी मुख्य नहर में अधिकतम 11000 से 12000 क्यूसेक पानी ही चल पाता है। लेकिन मरम्मत के बाद इसमें पंद्रह हजार से अधिक क्यूसेक पानी चलाना संभव होगा।