‘जुगाड़Ó से चल रहा अग्निशमन कार्यालय
शहर में कहीं नहीं लगे फायर हाइड्रैंट सिस्टम हनुमानगढ़. शहर में कहीं आग लग जाए और उस वक्त बिजली गुल हो तो आग बुझाने के लिए इंतजार मत करना….आसपास के नागरिकों का सहयोग से खुद ही आग बुझाना शुरू कर देना अगर दमकल के आने का इंतजार करते रहे तो सब कुछ स्वाह हो जाएगा। हनुमानगढ़ का अग्निशमन कार्यालय ‘जुगाड़Ó से चल रहा है। इसे सुधारने के लिए तत्कालीन जिला कलक्टर ने नगर परिषद को आदेश भी दिया था। लेकिन सुधारने का कोई प्रयास नहीं किया गया। अग्निशमन कार्यालय में दमकल की गाड़ी में पानी भरने के लिए दो सबमर्सिबल पंप लगे हुए हैं। विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर जनरेटर की व्यवस्था नहीं है। दमकल के कर्मचारियों को गाड़ी भरने के लिए विद्युत सप्लाई सुचारू होने का इंतजार करना पड़ता है। इस व्यवस्था में सुधार के लिए जनरेटर खरीदने के लिए कई दफा जिला प्रशासन की बैठकों में नगर परिषद को निर्देश दिए जा चुके हैं। अभी तक नगर परिषद ने जनरेटर खरीदने के लिए कागजी कार्रवाई तक नहीं की। इसके अलावा अग्निशमन कार्यालय का विद्युत सिस्टम दिवार पर चिपकाकर खानापूर्ति की गई। तेज बारिश व तूफान के समय बारिश की बूंदे पडऩे पर शॉट सर्किट होने की आशंका बनी रहती है। इसे भी दुरस्त करने की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
शहर में कहीं नहीं लगे फायर हाइड्रैंट सिस्टम हनुमानगढ़. शहर में कहीं आग लग जाए और उस वक्त बिजली गुल हो तो आग बुझाने के लिए इंतजार मत करना….आसपास के नागरिकों का सहयोग से खुद ही आग बुझाना शुरू कर देना अगर दमकल के आने का इंतजार करते रहे तो सब कुछ स्वाह हो जाएगा। हनुमानगढ़ का अग्निशमन कार्यालय ‘जुगाड़Ó से चल रहा है। इसे सुधारने के लिए तत्कालीन जिला कलक्टर ने नगर परिषद को आदेश भी दिया था। लेकिन सुधारने का कोई प्रयास नहीं किया गया। अग्निशमन कार्यालय में दमकल की गाड़ी में पानी भरने के लिए दो सबमर्सिबल पंप लगे हुए हैं। विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर जनरेटर की व्यवस्था नहीं है। दमकल के कर्मचारियों को गाड़ी भरने के लिए विद्युत सप्लाई सुचारू होने का इंतजार करना पड़ता है। इस व्यवस्था में सुधार के लिए जनरेटर खरीदने के लिए कई दफा जिला प्रशासन की बैठकों में नगर परिषद को निर्देश दिए जा चुके हैं। अभी तक नगर परिषद ने जनरेटर खरीदने के लिए कागजी कार्रवाई तक नहीं की। इसके अलावा अग्निशमन कार्यालय का विद्युत सिस्टम दिवार पर चिपकाकर खानापूर्ति की गई। तेज बारिश व तूफान के समय बारिश की बूंदे पडऩे पर शॉट सर्किट होने की आशंका बनी रहती है। इसे भी दुरस्त करने की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नहीं है पानी भरने की व्यवस्था
हनुमानगढ़ के आसपास तीस से चालीस किलोमीटर के दायरे में आग लगने पर दमकल की गाड़ी टाउन के नेहरू मेमोरियल स्कूल के सामने स्थित अग्निशमन कार्यालय से जाती है। कार्यालय के अलावा अन्य कहीं भी पानी भरने की व्यवस्था नहीं होने पर आग बुझाने के लिए एक साथ चारों गाडिय़ां भेजी जाती है। इनकी मदद से आग नहीं बुझने पर पुन: टाउन कार्यालय में आकर ही गाडिय़ों में पानी भरने की एक मात्र व्यवस्था है।
हनुमानगढ़ के आसपास तीस से चालीस किलोमीटर के दायरे में आग लगने पर दमकल की गाड़ी टाउन के नेहरू मेमोरियल स्कूल के सामने स्थित अग्निशमन कार्यालय से जाती है। कार्यालय के अलावा अन्य कहीं भी पानी भरने की व्यवस्था नहीं होने पर आग बुझाने के लिए एक साथ चारों गाडिय़ां भेजी जाती है। इनकी मदद से आग नहीं बुझने पर पुन: टाउन कार्यालय में आकर ही गाडिय़ों में पानी भरने की एक मात्र व्यवस्था है।
कहीं नहीं लगेे हाइड्रेंट सिस्टम
इसके लिए तत्कालीन जिला कलक्टर दिनेश चंद्र जैन ने नगर परिषद को टाउन-जंक्शन के अलावा आसपास के गांवों के वाटर वक्र्स में फायर हाइड्रैंट सिस्टम लगाने के निर्देश दिए थे ताकि आग लगने की घटना पर जल्द काबू पाया जा सके। इसके लिए नगर परिषद ने कागजी कार्रवाई तो की लेकिन जिला कलक्टर के तबादला होने पर इस कार्रवाई को बीच में छोड़ दिया। अब गर्मियां सिर पर है। ऐसे में खेतों में आग लगने की घटना गर्मियों में सबसे अधिक होती है। २०१८ के विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुई कागजी प्रक्रिया नगर परिषद अब तक पूरी नहीं कर पाई है।
इसके लिए तत्कालीन जिला कलक्टर दिनेश चंद्र जैन ने नगर परिषद को टाउन-जंक्शन के अलावा आसपास के गांवों के वाटर वक्र्स में फायर हाइड्रैंट सिस्टम लगाने के निर्देश दिए थे ताकि आग लगने की घटना पर जल्द काबू पाया जा सके। इसके लिए नगर परिषद ने कागजी कार्रवाई तो की लेकिन जिला कलक्टर के तबादला होने पर इस कार्रवाई को बीच में छोड़ दिया। अब गर्मियां सिर पर है। ऐसे में खेतों में आग लगने की घटना गर्मियों में सबसे अधिक होती है। २०१८ के विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुई कागजी प्रक्रिया नगर परिषद अब तक पूरी नहीं कर पाई है।
इतनी हंै दमकल
नगर परिषद के पास दमकल की पांच गाडिय़ां हैं। इनमें से एक १५ हजार लीटर, पांच हजार लीटर, चार हजार लीटर, तीन हजार लीटर व पांच सौ लीटर कैमिकल की गाड़ी है।
नगर परिषद के पास दमकल की पांच गाडिय़ां हैं। इनमें से एक १५ हजार लीटर, पांच हजार लीटर, चार हजार लीटर, तीन हजार लीटर व पांच सौ लीटर कैमिकल की गाड़ी है।