कलक्ट्रेट के समक्ष सोमवार को संघर्ष समिति की हुई बैठक में आंदोलन की रणनीति बनाई गई। इस मौके पर संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष देवीलाल, लोकेश शिलू, मांगीलाल जाखड़, भूप जाट, गिरधारी सिंह, महावीर भाकर, संदीप पारीक, काला सिंह, हनुमान गोदारा, मदन जाखड़, राम कुमार, जगपाल सिंह, नंदलाल लिम्बा, गांधी राम, बलवीर डोगीवाल, भंवर सिंह, सुनील जाखड़ आदराम स्वामी, अर्जन बागडिय़ा व अन्य सदस्य मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ जिले में हाइवे निर्माण के दौरान एक सौ से अधिक किलोमीटर में निर्माण होगा। इसमें करीब तीन हजार किसानों की जमीन को अवाप्त करने की तैयारी है। किसानों का आरोप है कि राजस्थान सरकार नामात्र की राशि देकर किसानों के साथ छलावा कर रही है। वहीं पंजाब और हरियाणा में भूमि अवाप्त करने पर किसानों को अच्छे भाव सरकार दे रही है। पंजाब व हरियाणा की तर्ज पर राजस्थान के किसानों को मुआवजा देने की मांग किसान कर रहे हैं।