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चमक में छूट मिली तो धरतीपुत्रों के चेहरे पर लौटी ‘चमक’, पत्रिका बनी आवाज तो सरकार हुई संवेदनशील

locationहनुमानगढ़Published: Apr 26, 2019 07:59:24 pm

Submitted by:

Purushottam Jha

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चमक में छूट मिली तो धरतीपुत्रों के चेहरे पर लौटी ‘चमक’, पत्रिका बनी आवाज तो सरकार हुई संवेदनशील

चमक में छूट मिली तो धरतीपुत्रों के चेहरे पर लौटी ‘चमक’, पत्रिका बनी आवाज तो सरकार हुई संवेदनशील
-जिले में समर्थन मूल्य पर गेहंू खरीद मामले में सरकार ने दी राहत


हनुमानगढ़. चमक विहीन गेहूं खरीद मामले में सरकार स्तर पर छूट मिलने के बाद शुक्रवार को जिले की मंडियों में खरीद फिर सुचारू हो गई। इससे धरतीपुत्रों के चेहरे पर पखवाड़े बाद रौनक देखने को मिली। कई किसान तो दस दिनों से मंडियों में फसल लेकर बैठै थे। मगर इनकी फसल खरीदने वाला कोई नहीं था। इसके कारण किसानों के चेहरे से चमक गायब हो चुकी थी। सरकार स्तर पर छूट जारी करने से किसानों और व्यापारियों ने अब राहत की सांस ली है। इस दौरान शुक्रवार को गेहूं की गुणवत्ता जांचने को लेकर गठित की गई टीम ने मंडियों में जाकर गेहूं के सेंपल भी लिए। भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक (गुण नियंत्रण) अमरचंद मीणा ने बताया कि सरकार स्तर पर छूट मिलने के बाद अब मंडियों में सरकारी खरीद शुरू कर दी गई है। नियमानुसार गेहूं का तौल और उठाव कार्य शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि पूर्व में बारिश के कारण गेहूं में चमक खत्म होने की दलील देकर एफसीआई ने गत सप्ताह गेहूं खरीदने से इनकार कर दिया था। किसानों की इस पीड़ा को पत्रिका ने ‘कुदरत के बाद अब सरकारी नियम बरपा रहा कहर’ शीर्षक से प्रकाशित किया। समाचार प्रकाशित होने के बाद अफसर चेते और व्यापारी-किसान जागरूक हुए। जन आंदोलन बनने पर सरकार ने चमक विहीन गेहूं खरीदने को लेकर छूट प्रदान की। इसके बाद अब खरीद सुचारू हुई। शुक्रवार को व्यापारियों, किसानों, मजदूरों ने सरकार की ओर से प्रदेश में बेमौसम हुई बारिश एवं ओलावृष्टि से 90 प्रतिशत तक खराब हुए चकमहीन गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए अनुमति देने पर खुशियां मनाई। व्यापर मंडल अध्यक्ष प्यारेलाल बंसल ने बताया कि व्यापारियों, मजदूरों व किसानों का संघर्ष रंग लाया है। व्यापारियों ने किसानों को लड्डू खिलाकर बधाईयां दी। व्यापार संघ अध्यक्ष पदमचंद जैन, सचिव आशीष सहू, व्यापार मंडल अध्यक्ष प्यारेलाल बंसल, सचिव डिप्टीसवरूप बंसल, फूडग्रेन व्यापार मंडल अध्यक्ष महावीर सहारण, सचिव प्रदीप गर्ग, खाद्य व्यापार संघ के सुरेंद्र बलाडिय़ा, सचिव देवेंद्र बंसल, कपिल बंसल आदि मौजूद रहे।
सरकारी खरीद फिर शुरू
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नोहर. आखिरकार ९० प्रतिशत लस्टर लोस के आधार पर गेहूं की सरकारी खरीद सुचारू रूप से शुरू होने से किसानों ने राहत महसूस की। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां अनाज मंडी परिसर में खरीद के लिए रखी गई किसानों की उपज गेहूं की नियमानुसार खरीद शुरू कर दी। एफसीआई के क्वालिटी इंस्पेक्टर मनोज कुमार मुडोतिया ने बताया कि भारत सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय के आदेशानुसार गेहूं की चमक लस्टर लोस को ९० प्रतिशत चमक विहीन श्रेणी के तहत सरकारी खरीद शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि ९० प्रतिशत चमक विहीन की श्रेणी वाली गेहूं पर अब ४ रुपए ६० पैसे प्रति क्विंटल की कटौती की जाएगी। एफसीआई अधिकारियों ने बताया कि गेहूं की खरीद ऑफ लाइन प्रक्रिया से की जा रही है। इसके लिए किसानों को पहचान पत्र, गिरदावरी रिपोर्ट व बचत बैंक खाते की पासबुक साथ लानी होगी। गेहूं साफ-सुथरी व नमी रहित होनी चाहिए। एफसीआई अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब ५ हजार क्विंटल गेहूं की सरकारी खरीद की जा चुकी है। खरीद के लिए बारदाना उपलब्ध है। (नसं.)
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