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ग्राम सेवक संभालेंगे कार्यभार, पदस्थापन को लेकर निर्वाचन विभाग ने दी स्वीकृति

locationहनुमानगढ़Published: Nov 09, 2018 08:18:47 pm

Submitted by:

Purushottam Jha

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ग्राम सेवक संभालेंगे कार्यभार, पदस्थापन को लेकर निर्वाचन विभाग ने दी स्वीकृति

जिला परिषद ने बीस ग्राम सेवकों को नियुक्ति देने की प्रक्रिया पूर्ण की
हनुमानगढ़. निर्वाचन विभाग की तरफ से स्वीकृति मिलने के बाद जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में बीस नव चयनित ग्राम सेवकों के पदस्थापन की प्रक्रिया जिला परिषद ने पूर्ण कर ली है। जिला परिषद सीईओ नवनीत कुमार ने बताया कि ग्राम सेवकों की भर्ती के दौरान अचानक आचार संहिता लगने के बाद चयनित ग्राम सेवकों के पदस्थापन को लेकर जिला परिषद ने निर्वाचन विभाग से स्वीकृति मांगी थी। मंगलवार को इस संबंध में स्वीकृति मिलने के बाद चयनित ग्राम सेवकों के पदस्थापन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई। बीस ग्राम सेवकों की नियुक्ति के बाद जिले की ग्राम पंचायतों में रिक्त पदों की स्थिति भी सुधरेगी। जिले की कुल २५१ ग्राम पंचायतों में पहले ३७ पद रिक्त चल रहे थे। अब बीस ग्राम पंचायतों में नियुक्ति के बाद केवल १७ पद रिक्त रह जाएंगे। इन ग्राम पंचायतों में दूसरे ग्राम सेवक या अन्य कर्मचारी को चार्ज दिया जाएगा। सीईओ ने बताया कि ग्राम सेवकों का पदनाम भी अब सरकार ने बदल दिया है। इनका पदनाम अब ग्राम विकास अधिकारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि नव नियुक्त ग्राम सेवकों के पदस्थापन को लेकर निर्वाचन विभाग ने जो स्वीकृति जारी की है, उसमें बताया है कि संबंधित जिलों में नव नियुक्त ग्राम पंचायतों को सीईओ की तरफ से पदस्थापन आदेश जारी किए जाएं। प्रक्रिया के तहत जिला स्थापना समिति से पदस्थापन आदेश को मंजूर करवाना होता है। लेकिन वर्तमान में आचार संहिता लगने के कारण निर्वाचित जनप्रतिनिधि जिला स्थापना समिति की बैठक में शामिल नहीं हो सकते। इसलिए चुनाव के बाद जिला स्थापना समिति की बैठक कर इनके पदस्थापन आदेश को स्वीकृत करवा लिया जाएगा। गौरतलब है कि गांवों के विकास का खाका ग्राम सेवक और सरपंच मिलकर तैयार करते हैं। विकास प्लान बनाकर यह संबंधित पंचायत समितियों में भेजते हैं। इस तरह पंचायतीराज की त्रिस्तरीय व्यवस्था के तहत सबसे महत्वपूर्ण ग्राम पंचायत इकाई को ही माना गया है। जिला परिषद के मॉनीटरिंग में सभी गांवों का विकास करवाया जाता है।

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