ग्रीन पार्क के निर्माण को लेकर मांगा आधार
हनुमानगढ़Published: Mar 23, 2019 07:13:42 pm
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ग्रीन पार्क के निर्माण को लेकर मांगा आधार
ग्रीन पार्क के निर्माण को लेकर मांगा आधार
हनुमानगढ़. नेचर पार्क की तर्ज पर हनुमानगढ़ में बनने वाले ग्रीन पार्क को लेकर मुख्यालय ने निर्माण शुरू होने से पहले ही बजट पर कैंची चला दी है। शहर की प्रदूषित हो रही आबोहवा को स्वच्छ बनाने के लिए वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने गत दिनों ग्रीन पार्क निर्माण को लेकर ८३०.०५ लाख रुपए का प्रस्ताव बनाकर बजट की मांग सरकार से की थी। लेकिन मुख्य वन संरक्षक कार्यालय ने राशि व्यय को लेकर स्थिति स्पष्ट करने के साथ ही डीएफओ को कोहला वन क्षेत्र का निरीक्षण कर बजट खर्च करने को लेकर ठोस आधार भेजने के लिए कहा है। साथ ही ग्रीन पार्क विकसित करने को लेकर क्षेत्रफल भी कम करने का सुझाव दिया गया है। पूर्व में ग्रीन पार्क को पचास हेक्टैयर में विकसित करने का प्रस्ताव बनाया गया था, जिसका क्षेत्रफल भी मुख्यालय स्तर से पच्चीस हेक्टेयर करने का निर्देश दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक स्तर से निर्देश मिलने के बाद अब वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने बजट में कमी करते हुए ५००.५० लाख रुपए का संशोधित प्रस्ताव तैयार कर इसे मंजूरी के लिए मुख्यालय भिजवाया है। उम्मीद है कि आगे बजट मंजूर होने पर ग्रीन पार्क का निर्माण शुरू हो सकेगा। गौरतलब है कि क्षेत्र की आबोहवा को शुद्ध करने के लिए जिले में नेचर पार्क की तर्ज पर ग्रीन पार्क बनाने का प्रस्ताव तत्कालीन डीएफओ शशि सोपांग ने मुख्यालय भिजवाया था। गत भाजपा सरकार ने पार्क निर्माण की प्रक्रिया को लेकर काफी मशक्कत की थी। लेकिन बाद में विधानसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के कारण पार्क निर्माण की प्रक्रिया अधरझूल में लटक गई। अब फिर से पार्क निर्माण को लेकर प्रक्रिया शुरू की गई है। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि नहरी जिला होने से यहां पर ग्रीन पार्क का प्रोजेक्ट अहम है। जिले में वनस्पति के पनपने के लिहाज से अच्छा माहौल है। सरकार को इस प्रोजेक्ट पर काम करने में देरी नहीं करनी चाहिए। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार ग्रीन पार्क को पूरी तरह से इको फ्रेंडली बनाने का प्रयास रहेगा। पूरे पार्क परिसर में रोशनी के लिए सोलर लाइट लगाने के साथ परिसर में जो कचरा एकत्रित होगा, उसका निस्पादन इको फं्रेडली तरीके से करने की योजना है। पार्क के विकसित होने के बाद शहर की आबोहवा स्वच्छ होने की उम्मीद है।