इस संबंध में बुधवार को सेम पीडि़त किसानों के साथ जंक्शन में पत्रकार वार्ता में गोदारा ने आरोप लगाया कि 13 अप्रैल से लेकर 16 अप्रैल तक उन्होंने किसानों के साथ रिलाइनिंग कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान बड़े स्तर पर गड़बडिय़ां पकड़ में आई। उन्होंने बताया कि नहर की आरडी 96, 97, 98 पर चल रहे निर्माण कार्य में सामने आया कि नहर के तले पर दलदल भरी पड़ी है जबकि उसी के ऊपर शीट लगाकर निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यदि यही हाल रहा तो सीपेज से फिर से सिंचित क्षेत्र सेम में तब्दील हो जाएगा। उन्होंने बताया कि निरीक्षण में यह भी सामने आया कि निर्धारित पैमाने से कम में लेयर बनाई जा रही है। गोदारा ने इसमें घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग और प्रशासन ने निर्माण की जांच नहीं की तो संगठन आंदोलन करेगा। गोदारा ने प्रेसवार्ता के बाद जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा और प्रकरण की जांच की मांग की।