हनुमानगढ़

सिर्फ स्कूलों के भरोसे नहीं छोड़े बच्चे

माता-पिता से बच्चों पर नजर रखने का आग्रह
महामण्डलेश्वर कमलानंद गिरी महाराज से बातचीत

हनुमानगढ़May 06, 2019 / 11:34 am

Manoj

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हनुमानगढ़. कल्याण धाम आश्रम, हरिद्वार के संचालक महामण्डलेश्वर स्वामी कमलानंद गिरी महाराज के अनुसार पाश्चात्य सभ्यता ने हमारी भारतीय संस्कृति को कमजोर किया। आधुनिक शिक्षा के नाम पर सिर्फ किताबी ज्ञान दिया जा रहा है, व्यवहारिक ज्ञान और सम्मान लुप्त होता जा रहा है। आधुनिक शिक्षा सिर्फ पैसा कमाने का जरिया बन गई है।
 

महामण्डलेश्वर कमलानंद गिरी दो दिवसीय प्रवास पर हरिद्वार से हनुमानगढ़ आए हुए हैं। जंक्शन के सैक्टर छह स्थित कल्याण धाम आश्रम में ‘पत्रिकाÓ से बातचीत में उन्होंने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षा दिलाएं, अच्छी बात है लेकिन सिर्फ स्कूलों के भरोसे नहीं छोड़े। उन्होंने कहा कि बच्चों पर नजर रखने की आवश्यकता है। उन्हें संस्कार माता-पिता ही दे सकते हैं।
 

उन्होंने कहा कि समाज में वर्तमान स्थितियां चिंताजनक है। आध्यात्मिक मूल्यों में भी गिरावट आई है। कुछ लोग ऐसे आ गए हैं जो दिखावा करते हैं और जिसके परिणाम ठीक नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में सत्य की खोज के लिए ऋषियों-मनीषियों ने तप और त्याग किया। यह भारत के संतों और ऋषियों के ज्ञान की महत्ता ही थी कि भारत विश्व गुरु कहलाया। महामण्डलेश्वर ने चिंता जताते हुए कहा कि वर्तमान में ज्ञान के प्रचार को बेरोजगारों ने रोजगार का साधना बना लिया है। अब अध्यात्मिक दृष्टि कम और आर्थिक दृष्टि ज्यादा हावी हो गई है।
 

उन्होंने कहा कि आस्था के नाम पर कुछ लोग समाज को भ्रमित कर रहे हैं। भारत की सांस्कृतिक विरासत महान है। शास्त्र, पुरान, वेद, ग्रंथ का प्रचार युवा पीढ़ी में भी हो। भारतीय सनातन संस्कृति का युवा पीढ़ी को ज्ञान हो, इसके लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की महानता का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि हम ‘सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया:Ó के आधार पर हर वर्ग के लिए मंगल कामना करते हैं।
 

सत्संग आज
जंक्शन के सेक्टर छह सिथत कल्याण धाम आश्रम में छह मई को शाम चार बजे से छह बजे सत्संग होगा। इसमें स्वामी कमलानंद गिरी महाराज प्रवचन देंगे। मंगलवार को सुबह छह से सात बजे तक महामंत्र का सामूहिक जाप होगा। इसमें भी कमलानंद गिरी महाराज का सान्निध्य रहेगा।

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