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प्रदेश में नए खुले सरकारी कन्या कॉलेज तो हनुमानगढ़ व सिकराय का नम्बर आएगा सबसे

locationहनुमानगढ़Published: Mar 28, 2019 11:41:56 am

Submitted by:

adrish khan

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प्रदेश में नए खुले सरकारी कन्या कॉलेज तो हनुमानगढ़ व सिकराय का नम्बर आएगा सबसे

प्रदेश में नए खुले सरकारी कन्या कॉलेज तो हनुमानगढ़ व सिकराय का नम्बर आएगा सबसे
– सरकारी कन्या कॉलेज को कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की सैद्धांतिक सहमति
– सीएमओ के संयुक्त सचिव के आदेश के बाद आयुक्तालय ने दिया जवाब
हनुमानगढ़. प्रदेश में नए सरकारी कॉलेज खोलने की प्रक्रिया में हनुमानगढ़ सबसे आगे है। मतलब हनुमानगढ़ में सरकारी कन्या महाविद्यालय खोलने को लेकर उच्च स्तर पर प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है। कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने इस पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। सीएमओ के संयुक्त सचिव के पत्र के जवाब में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने यह जानकारी दी है। इसकी एक प्रति पत्रिका के अभियान से प्रेरित होकर कन्या कॉलेज के लिए प्रयास कर रहे सूचना का अधिकार जागृति मंच तथा जिला प्रशासन हनुमानगढ़ को भी भेजी गई है।
दरअसल, राजस्थान पत्रिका फरवरी से ‘बेटियां मांग रही शिक्षा का हकÓ अभियान चलाकर हनुमानगढ़ में पहला सरकारी कन्या महाविद्यालय खोलने को लेकर प्रयास कर रहा है। इसके चलते जिला प्रभारी मंत्री व शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा के समक्ष कांग्रेस विधायकों तथा पार्टी पदाधिकारियों यह मामला मुखरता से उठाया। सूचना का अधिकार जागृति मंच के जिलाध्यक्ष प्रवीण मेहन के नेतृत्व में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपे गए। इसके अलावा डीवाईएफआई, एबीवीपी सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी ज्ञापन सौंपे थे। इनके आधार पर कलक्टर ने मुख्यालय रिपोर्ट भेजी। इसके बाद गत माह मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस पर ध्यान दिया। मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव लक्ष्मणसिंह शेखावत ने शासन सचिव, उच्च शिक्षा विभाग को इस संबंध में कार्यवाही के लिए लिखा।
यह लिखा जवाब
मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव के पत्र में लिखा गया कि सूचना का अधिकार जागृति मंच के जिलाध्यक्ष प्रवीण मेहन की ओर से कलक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र का शासन सचिव, उच्च शिक्षा विभाग अवलोकन करे। इस संबंध में जल्दी कार्यवाही करवाए। इसके जवाब में आयुक्तालय, कॉलेज शिक्षा राजस्थान, जयपुर के संयुक्त निदेशक (आयोजना) डॉ. मनीष गुप्ता ने लिखा है कि संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर हनुमानगढ़ तथा दौसा के सिकराय उपखंड पर राजकीय महिला महाविद्यालय खोले जाने पर विचार किया जाएगा।
इसलिए हनुमानगढ़ आगे
गौरतलब है कि प्रदेश के 33 जिलों में से 31 में 47 सरकारी कन्या महाविद्यालय हैं। केवल हनुमानगढ़ व प्रतापगढ़ में कन्या कॉलेज नहीं है। हनुमानगढ़ को जिला बने 24 बरस हो चुके हैं। इसके बावजूद एक भी कन्या कॉलेज नहीं है। आस-पड़ोस के हर जिले में दो-दो और कहीं तो तीन-तीन कन्या महाविद्यालय संचालित हैं। प्रदेश में सबसे कम सरकारी कॉलेज वाले जिलों में भी हनुमानगढ़ शुमार होता है। जिले में महज तीन सरकारी कॉलेज हैं। बेटियों के लिए अलग से एक भी नहीं है। हालांकि वर्ष 2013 में तत्कालीन सरकार ने मीरा कन्या कॉलेज का अधिग्रहण कर सरकारीकरण कर दिया था। लेकिन 13 माह बाद नई सरकार ने इसे डिनोटिफाई करते हुए पुन: निजी घोषित कर दिया। इसे उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई, जहां सरकार का फैसला गलत साबित हुआ।
टीम कर चुकी जांच
पत्रिका में मुखरता से राजकीय कन्या कॉलेज का मुद्दा उठाने के बाद उच्च शिक्षा विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने 14 फरवरी को संगरिया स्थित मीरा कन्या कॉलेज का अवलोकन किया। वस्तुस्थिति की पड़ताल कर इसके सरकारीकरण के दृष्टिगत भौतिक निरीक्षण किया। जानकारों के अनुसार जांच टीम का कॉलेज के सरकारीकरण को लेकर सकारात्मक रुख दिखा था। गौरतलब है कि वर्ष 2013 में कांग्रेस सरकार ने मीरा कन्या कॉलेज का अधिग्रहण कर सरकारीकरण कर दिया। मगर 13 माह बाद भाजपा सरकार ने इसे डिनोटिफाई करते हुए पुन: निजी घोषित कर दिया। इसके बाद मीरा शिक्षा समिति सचिव संजय आर्य ने उच्च न्यायालय में सरकारीकरण के आदेश को डिनोटिफाई करने के खिलाफ अपील की। एकल पीठ में महाविद्यालय के सरकारीकरण के पक्ष में फैसला हुआ। खण्डपीठ में भी एकल पीठ का फैसला बहाल रहा।
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