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बंदी बोले जेल प्रहरियों ने पीटा, जेल प्रशासन का दावा आपस में ही भिड़े बंदी

locationहनुमानगढ़Published: Sep 16, 2019 11:53:09 am

Submitted by:

adrish khan

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हनुमानगढ़. हत्या व मारपीट करने के आरोप में जेल में बंद विचाराधीन दो बंदियों से जेल में मारपीट मामले की जांच जंक्शन पुलिस ने शुरू कर दी है। जांच अधिकारी ने जेल में जाकर मारपीट का आरोप लगाने वाले बंदियों के अलावा अन्य बंदियों से पूछताछ की व उनके बयान लिए। जेल प्रशासन के भी बयान लिए।

बंदी बोले जेल प्रहरियों ने पीटा, जेल प्रशासन का दावा आपस में ही भिड़े बंदी

बंदी बोले जेल प्रहरियों ने पीटा, जेल प्रशासन का दावा आपस में ही भिड़े बंदी

बंदी बोले जेल प्रहरियों ने पीटा, जेल प्रशासन का दावा आपस में ही भिड़े बंदी
– बंदियों से मारपीट मामले में पुलिस ने लिए बयान
– हनुमानगढ़ के जंक्शन थाने में दो बंदियों ने दर्ज कराया है जेल प्रहरियों के खिलाफ मामला
– बंदियों ने मारपीट करने व जेल प्रशासन ने आपस में झगडऩे की दी जानकारी
हनुमानगढ़. हत्या व मारपीट करने के आरोप में जेल में बंद विचाराधीन दो बंदियों से जेल में मारपीट मामले की जांच जंक्शन पुलिस ने शुरू कर दी है। जांच अधिकारी ने जेल में जाकर मारपीट का आरोप लगाने वाले बंदियों के अलावा अन्य बंदियों से पूछताछ की व उनके बयान लिए। जेल प्रशासन के भी बयान लिए। मामला दर्ज करवाने वाले बंदियों ने सिपाहियों की ओर से मारपीट करने की जानकारी दी। जबकि जेल प्रशासन का कहना था कि घटना के दिन कुछ बंदी आपस में झगड़ा कर रहे थे। जेल के सिपाहियों ने उन्हें छुड़ाया था। उनसे मारपीट व गाली-गलौच नहीं की। मामले की जांच कर रहे एएसआई सुरेश मीणा ने बताया किकुछ बंदियों के तारीख पेशी पर गए होने के कारण उनके बयान नहीं लिए जा सके।
गौरतलब है कि जंक्शन थाने में न्यायालय के आदेश पर 11 सितम्बर को जिला कारागृह में तैनात तीन सिपाहियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज हुआ था। बंदी दुलीचन्द (23) पुत्र करतारा राम भाट निवासी आईटीआई बस्ती व निक्का उर्फ कुलदीप पुत्र मेजरसिंह मजहबी निवासी वार्ड 12, गोलूवाला का आरोप था कि 31 अगस्त को उन्होंने मन्दिर जाने के लिए जेल कर्मचारियों से कहा तो उन्होंने गेट नहीं खोला। जेल के सिपाही मुकेश मीणा, भालाराम व मुरारी वगैरा ने दोनों को बैरक से बाहर निकालकर डण्डे व पाइपों से पीटा। जेलर से भी नहीं मिलने नहीं दिया। विचाराधीन बंदी दुलीचन्द भाट हत्या के आरोप में 31 अगस्त 2015 से जिला कारागृह में बंद है। निक्का उर्फ कुलदीप मारपीट के एक मामले में जेल में है।
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