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हनुमानगढ़ के सटोरिए सालासर में चला रहे थे सट्टे का खेल, पुलिस ने दबोचा

locationहनुमानगढ़Published: Mar 12, 2019 07:49:19 pm

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adrish khan

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हनुमानगढ़ के सटोरिए सालासर में चला रहे थे सट्टे का खेल, पुलिस ने दबोचा

हनुमानगढ़ के सटोरिए सालासर में चला रहे थे सट्टे का खेल, पुलिस ने दबोचा
– सालासर में सड़क किनारे कार में बैठ लैपटाप से कर रहे थे सट्टेबाजी का धंधा
…. प्लस फोटो
हनुमानगढ़/सालासर. हनुमानगढ़ में जुए-सट्टे के खिलाफ पुलिस की सख्ती के चलते अब यहां के सट्टेबाज बाहर जाकर ऑनलाइल यह धंधा चला रहे हैं। इसका खुलासा सोमवार रात बालाजी के दरबार सालासर से दबोचे गए पांच सट्टेबाजों के पकड़ में आने के बाद हुआ। आईजी बीएल मीणा के निर्देश पर बीकानेर की स्पेशल टीम तथा सालासर थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कार में ऑनलाइन पर्ची सट्टा करते पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल फोन, लाखों का हिसाब-किताब तथा कार जब्त की गई। पांचों आरोपी हनुमानगढ़ जंक्शन के विभिन्न इलाकों के हैं। एएसआई हनुमानसिंह ने बताया कि आरोपियों को मंगलवार को सुजानगढ़ कोर्ट में पेश किया। टीम के मुखिया चिमनलाल का तीन दिन का रिमांड मंजूर कराया गया। जबकि शेष चार को 26 मार्च तक के लिए जेल भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार चूरू एसपी यादराम फांसल के निर्देश पर जुए, सट्टे, अवैध शराब आदि के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत संभाग टीम के एसआई रामविलास बिश्नोई व सालासर थाना प्रभारी एएसआई हनुमान सिंह व उनकी टीम ने सड़क किनारे अल्टो कार में ऑनलाइन सट्टा करते पांच जनों को पकड़ा। आरोपी अंजनी माता मंदिर रोड पर राजकीय आदर्श स्कूल के पास सड़क किनारे कार खड़ी कर ऑनलाइन सट्टेबाजी कर रहे थे। उनकी पहचान चिमनलाल सिंधी पुत्र भगवानदास निवासी वार्ड 34, लालाजी बालाजी कॉलोनी, कुशालदास पुत्र भगवानदास निवासी वार्ड 10, गांधीनगर, राजेश कुमार पुत्र श्रवणपाल निवासी सुरेशिया वार्ड 40, तुलसीदास पुत्र उद्धवदास निवासी हनुमानगढ़ व पंकज कुमार पुत्र योगराज निवासी राउमावि के पास सेक्टर 12 के रूप में हुई। उनके कब्जे से 50 लाख रुपए का हिसाब-किताब, 13 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप व एक कार जब्त की गई। आरोपी चिमनलाल ने पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए हनुमानगढ़ से स्थान बदलकर सालासर में सट्टा कारोबार शुरू किया था। मामले की जांच सुजानगढ़ थानाधिकारी मुश्ताक खां को दी गई है।
रोज बदलते धर्मशाला
आरोपी बालाजी का दर्शन करने की जानकारी देकर तीन-चार दिनों से प्रतिदिन धर्मशाला बदलकर सालासर में रह रहेे थे। कभी कार में तो कभी धर्मशाला के कमरो में गुपचुप तरीके से सट्टा चला रहे थे। लेकिन वे पुलिस के जाल से नहीं बच पाए। अधिकतर समय वे कार में ही सट्टा करते थे।
सट्टे का शातिर खिलाड़ी
पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी चिमनलाल सिंधी आठवीं पास है। लेकिन सट्टे का खिलाड़ी है। पिछले पांच साल से वह इस धंधे में लिप्त है। इस अवधि में उसने दिल्ली, जयपुर, गाजियाबाद, हनुमानगढ़, गंगानगर, चूरू, हरियाणा के कुछ जिलों सहित कई अन्य जिलों व प्रदेश में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया और नेटवर्क का किंग बना गया। नेटवर्क के प्रमुख चिमन सिंगला उर्फ काणा के विरुद्ध बींजबायला में सख्त कार्रवाई के बाद वह भूमिगत हो गया। इसके बाद नेटवर्क का किंग चिमन सिंधी बन बैठा और स्थान बदलकर सट्टे का खेल जारी रखा।
इस तरह चलाता था सट्टा
लैपटाप के माध्यम से नम्बर जनरेट कर वह अपने नेटवर्क से जुड़े लोगों तक पहुंचाता था। कोड भाषा में एक-दूसरे को अलग-अलग नंबरों से फोन कर नंबर आवंटित करता था। यह सारा खेल हनुमानगढ़ बैठकर चला रहा था। इस कार्य में उसके साथ कई स्थानीय युवक लगे थे। लेकिन पुलिस सख्ती होने पर उसने हनुमानगढ़ से ठिकाना बदल दिया और बदलते ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
दो के नाम गाड़ी
पत्रिका ने परिवहन विभाग से जब गाड़ी की तहकीकात की तो पता चला कि गाड़ी दो जनों के नाम से अलग-अलग स्थानों पर दिखा रही है। कार नंबर आरजे 40 सीए 1777 के एक मालिक का नाम खुर्शी आलम पुत्र इस्लामुद्दीन, गांव तेजारा जिला अलवर व दूसरे का नाम चिमनलाल पुत्र भगवानदास गांधीनगर, हनुमानगढ़ दिखा रही है। यह कार गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों के नाम नहीं है। गाड़ी पर प्रेसीडेंट भी लिखा गया है। लेकिन किस प्रेसीडेंट की है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
बदला सट्टे का खेल
पहले पर्ची-सट्टे की खाईवाली करने वाले एक जगह रहकर यह धंधा चलाते थे। मगर पिछले कुछ समय से पुलिस की सख्ती के चलते सटोरियों ने इसका तोड़ निकालने का प्रयास किया है। इसके तहत वे लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि से ऑनलाइन यह धंधा करते हैं। वह भी एक जगह बैठकर नहीं बल्कि चलती कार में ताकि पुलिस की गिरफ्त से बचा जा सके। पिछले माह रावतसर पुलिस ने भी चलती कार में सट्टे का धंधा करते कई जनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लैपटाप आदि जब्त किए थे।
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