जिले को पर्यटन को मानचित्र पर उभारने के लिए कई तरह के कार्य होंगे। इसमें बीस लाख की लागत से गोगामेड़ी मेले के लिए 8-8 यूनिट के दो चल शौचालय व अन्य अचल शौचालय का निर्माण नगर पालिका नोहर के जरिए, 60 लाख की लागत से संगरिया केवीके में हाट बाजार, कैंटीन, म्यूजियम, फाउंटेन इत्यादि विकास कार्य केवीके के जरिए, 60 लाख की लागत से कोहला वन क्षेत्र में वाच टावर बनाए जाएंगे। इसके अलावा टॉयलेट, वन्यजीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर, बैठने की जगह पर शेड निर्माण, पीने के पानी की व्यवस्था इत्यादि वन विभाग के जरिए, मसीतावाली हैड पर 50 लाख की लागत से कैफेटेरिया, शौचालय, पीने का पानी, झोंपड़ी इत्यादि का निर्माण शामिल है।
बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। इसमें जिला कलक्टर नथमल डिडेल, सीईओ जिला परिषद अशोक असीजा, बीकानेर से आए पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानुप्रताप, केवीके संगरिया इंचार्ज डॉ. अनूप कुमार, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, पर्यटन अधिकारी पुष्पेन्द्र प्रताप, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता लखपत राय, अधिशाषी अभियंता सहीराम यादव, रावतसर ईओ प्रमोद कुमार, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता अनिल अग्रवाल, क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकरलाल, संगरिया ग्रामोत्थान विद्यापीठ के सचिव डॉ. सुरेन्द्र सहारण, नगर परिषद सचिव अजीत सिंह, सहायक प्रशासनिक अधिकारी तुलसीराम, कनिष्ठ सहायक पंचायत राज हंसराज, देवस्थान विभाग से कनिष्ठ सहायक योगेश शर्मा उपस्थित रहे।