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आवेदन स्वीकृति पर हुए खुश, इनकार पर लगाए आरोप

locationहनुमानगढ़Published: Dec 23, 2019 09:30:06 pm

Submitted by:

Purushottam Jha

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हनुमानगढ. श्रम कल्याण अधिकारी कार्यालय की ओर से सोमवार को जंक्शन स्थित सिविल लाइन में मेगा शिविर लगाया गया। इसमें कार्ड धारकों के लंबित पंजीयन व छात्रवृत्ति से संबंधित आवेदनों का निस्तारण किया गया। इस दौरान श्रमिक कार्डधारक परिवार के ३१२ विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति के दस्तावेजों का सत्यापन कर ५ लाख ३० हजार रुपए की स्वीकृतियां मौके पर ही जारी कर दी गई।
 

आवेदन स्वीकृति पर हुए खुश, इनकार पर लगाए आरोप

आवेदन स्वीकृति पर हुए खुश, इनकार पर लगाए आरोप


-श्रम कल्याण अधिकारी कार्यालय में लगाया मेगा शिविर
-दस्तावेजों का सत्यापन कर मौके पर ही ३१२ विद्यार्थियों के नाम ५ लाख ३० हजार रुपए की छात्रवृत्ति जारी
………….फोटो………..
हनुमानगढ. श्रम कल्याण अधिकारी कार्यालय की ओर से सोमवार को जंक्शन स्थित सिविल लाइन में मेगा शिविर लगाया गया। इसमें कार्ड धारकों के लंबित पंजीयन व छात्रवृत्ति से संबंधित आवेदनों का निस्तारण किया गया। इस दौरान श्रमिक कार्डधारक परिवार के ३१२ विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति के दस्तावेजों का सत्यापन कर ५ लाख ३० हजार रुपए की स्वीकृतियां मौके पर ही जारी कर दी गई। जबकि ७९ आवेदन संदिग्ध मिलने पर ऐसे प्रकरणों की स्वीकृति रोक दी गई। श्रम कल्याण अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को स्वीकृत सभी परिवारों के बैंक खाते में छात्रवृत्ति जमा हो जाएगी। श्रम कल्याण अधिकारी ने बताया कि शिविर में पहुंचे दो श्रमिक कार्डधारी ऐसे मिले, जिनके प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। उनके नाम नोटिस जारी किया गया है। वहीं कुछ ऐसे आवेदक भी शिविर में पहुंचे, जिनके आवेदन स्वीकार नहीं करने पर उन्होंने श्रमिक विभाग कार्यालय स्टॉफ पर पैसे लेकर आवेदन स्वीकृत करने का आरोप लगाया। रामगढ़ से आए राजकुमार ने आरोप लगाया कि कार्यालय के स्टॉफ केवल उन्हीं लोगों का आवेदन स्वीकार करते हैं, जो लोग उनकी जेब गर्म करते हैं। दूसरी तरफ एक श्रमिक ऐसा भी मिला, जिसने बताया कि उसने छात्रवृत्ति सहित अन्य योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। इस दौरान दलाल ने दो हजार रुपए भी ले लिए, लेकिन विभागीय सहायता अब तक नहीं मिली है। अधिकारी कागजों में कमियां बताकर बार-बार चक्कर कटवा रहे हैं। इन आरोपों को निराधार बताते हुए श्रम कल्याण अधिकारी अमरचंद लहरी ने बताया कि नियमानुसार हम पात्र लोगों के दस्तोवजों को जांचकर उन्हें राहत दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब मैंने कार्यभार संभाला था, तब विभाग की सभी योजनाओं में लंबित प्रकरणों की संख्या एक अक्टूबर २०१९ तक २३८०० थी। इसमें अकेले छात्रवृत्ति से संबंधित करीब ११ हजार मामले थे। इनमें अब छात्रवृत्ति से संबंधित लंबित आवेदनों की संख्या २५७१ बची है। जबकि कुल लंबित आवेदनों की संख्या ७७०० के करीब रह गई है। लंबित आवेदनों को ऑनलाइन तरीके से जांच कर हम जिन आवेदनों में कमियां मिल रही है, उन्हें दूर करने को लेकर व्यक्तिगत आवेदनकर्ता को मोबाइल पर मैसेज भेज रहे हैं। जिससे मध्यस्थों के जाल में लोग फंसे बगैर सीधे हमारे कार्यालय में आकर श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ उठा सकें।
नियोजक कर रहे निराश
श्रम विभाग की ओर से लगाए गए शिविर में पहुंचे कुछ श्रमिकों का कहना था कि श्रम विभाग के अधिकारी दो वर्ष पहले आवेदन के समय जो नियोजक था, उससे लिखवाकर फिर से लाने की बात कह रहे हैं। सुरेशिया के लीलाधर वर्मा ने बताया कि उसकी पत्नी के नाम से श्रमिक कार्ड बना हुआ है। छात्रवृत्ति के लिए उसने आवेदन किया। दो वर्ष बीत गए लेकिन विभाग की ओर से अभी तक बच्चे की स्वीकृति जारी नहीं की गई है। लीलाधर का आरोप था कि तीन हजार तो आवेदन के समय दलाल ने ही ले लिए थे। लेकिन अब अधिकारी कागजों में जब कमियां निकालकर दो वर्ष पहले के कागज फिर से लाने की अनिवार्यता लागू करेंगे तो हमारे जैसे श्रमिकों को इन योजनाओं से क्या फायदा मिलेगा। लीलाधर ने बताया कि जिस नियोजक का प्रमाण पत्र उसने आवेदन में लगाया है, उसे अधिकारी गलत बता रहे हैं। इस स्थिति में श्रमिक परिवार जाएं भी कहां जाएं। कुछ श्रमिकों का कहना था कि दो वर्ष पहले जिस मालिक के यहां दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था, उसने उस वक्त तो कागज पर लिखकर मजदूरी करने का प्रमाण पत्र दे दिया था, जिसे आवेदन में भी लगा रखा था। लेकिन अब दोबारा जाने पर वह मालिक मजदूरी का प्रमाण पत्र देने से मना कर देता है।
श्रमिकों के लिए यह जानना जरूरी
श्रम विभाग की ओर से श्रमिक कल्याण को लेकर कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। इसमें भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण मंडल की ओर से संचालित योजनाओं में निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना अहम है। इसमें श्रमिकों के परिवार में पढऩे वाले विद्यार्थियों को २५००० रुपए तक की छात्रवृत्ति व ३५००० रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। इसी तरह निर्माण श्रमिक सुलभ्य आवास योजना में मकान बनाने पर करीब डेढ़ लाख रुपए तक का अनुदान मिलता है। शुभशक्ति योजना में लडक़ी के विवाह पर ५५००० रुपए तक का आर्थिक सहयोग, प्रसूति सहायता योजना में सहायता राशि देने की योजना है।
…………फैक्ट फाइल…………
-एक अक्टूबर २०१९ तक हनुमानगढ़ कार्यालय में २३८०० लंबित मामले थे।
-अब २३ दिसम्बर २०१९ को लंबित प्रकरणों की संख्या ११००० रह गई है।
-जिला मुख्यालय पर २३ दिसम्बर को लगाए गए मेगा शिविर में ५ लाख ३० हजार रुपए की स्वीकृतियां जारी की गई।
-शुभशक्ति योजना में लडक़ी के विवाह पर श्रम विभाग की ओर से ५५००० रुपए तक का आर्थिक सहयोग देने की योजना है।
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