भिजवाएंगे सरकार को प्रस्ताव
अभियंताओं की बैठक संपन्न होने के बाद मुख्य अभियंता ने निर्माण ठेकेदारों के साथ भी बैठक की। इसमें निर्माण ठेकेदारों ने गत वर्ष हुए टेंडर के दौरान कार्य करने पर समय अवधि वृद्धि का प्रमाण पत्र देने की मांग रखी। साथ ही रेट को लेकर भी अपनी बात रखी। जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल ने निर्माण ठेकेदारों की ओर से रखी गई समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भिजवाने का आश्वासन दिया। बंदी अवधि में राजस्थान भाग में कुल ७३ कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
अभियंताओं की बैठक संपन्न होने के बाद मुख्य अभियंता ने निर्माण ठेकेदारों के साथ भी बैठक की। इसमें निर्माण ठेकेदारों ने गत वर्ष हुए टेंडर के दौरान कार्य करने पर समय अवधि वृद्धि का प्रमाण पत्र देने की मांग रखी। साथ ही रेट को लेकर भी अपनी बात रखी। जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल ने निर्माण ठेकेदारों की ओर से रखी गई समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भिजवाने का आश्वासन दिया। बंदी अवधि में राजस्थान भाग में कुल ७३ कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
इतने क्षेत्र में होंगे कार्य
नहरबंदी अवधि में राजस्थान क्षेत्र की इंदिरागांधी मुख्य नहर के ४९ किलोमीटर क्षेत्र में रीलाइनिंग का कार्य होंगे। इसके लिए २५० करोड़ रुपए मंजूर कर दिए गए हैं। इसी तरह इंदिरागांधी मुख्य नहर पंजाब भाग में ३० किमी क्षेत्र में रीलाइनिंग सहित अन्य मरम्मत कार्य किए जाएंगे। पंजाब में चरणबद्ध तरीके से १०० किमी में होने वाले रीलाइनिंग कार्य के लिए १३०० करोड़ का बजट मंजूर हुआ है। रीलाइनिंग कार्य होने के बाद नहरों में रेग्यूलेशन के अनुसार पानी चलाना संभव हो सकेगा। वर्तमान में जगह-जगह से नहर की लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इसके कारण नहरों में पानी का लीकेज भी बढ़ रहा है।
नहरबंदी अवधि में राजस्थान क्षेत्र की इंदिरागांधी मुख्य नहर के ४९ किलोमीटर क्षेत्र में रीलाइनिंग का कार्य होंगे। इसके लिए २५० करोड़ रुपए मंजूर कर दिए गए हैं। इसी तरह इंदिरागांधी मुख्य नहर पंजाब भाग में ३० किमी क्षेत्र में रीलाइनिंग सहित अन्य मरम्मत कार्य किए जाएंगे। पंजाब में चरणबद्ध तरीके से १०० किमी में होने वाले रीलाइनिंग कार्य के लिए १३०० करोड़ का बजट मंजूर हुआ है। रीलाइनिंग कार्य होने के बाद नहरों में रेग्यूलेशन के अनुसार पानी चलाना संभव हो सकेगा। वर्तमान में जगह-जगह से नहर की लाइनिंग क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इसके कारण नहरों में पानी का लीकेज भी बढ़ रहा है।