गांवों में घूमकर किसानों को बेच रहे थे अवैध सरसों का बीज
– कृषि विभाग ने गाड़ी सहित बीज जब्त कर दर्ज कराया मुकदमा- 570 किलो बीज सहित कार जब्त
हनुमानगढ़•Oct 11, 2021 / 09:36 pm•
Manoj
गांवों में घूमकर किसानों को बेच रहे थे अवैध सरसों का बीज
हनुमानगढ़. पल्लूू क्षेत्र के गांव दनियासर – सीरासर क्षेत्र में अवैध रूप से सरसों के बीज की बिक्री करते हुए दो जनों को ग्रामीणों ने पकड़कर कृषि विभाग के हवाले कर दिया। जिसके बाद कृषि विभाग ने दस्तावेजों की जांच पड़ताल के बाद स्थानीय पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। उनके पास से ५७० किलो की दो ब्रांड सरसों के बीज की थैली मिली है। जिसे जब्त कर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार सीरासर, दनियासर गांवों में सोमवार को एक गाड़ी, जिसमें सरसों का बीज भरा हुआ था, किसानों के घर-घर जाकर बीच बेच रहे थे। ग्रामीणों ने जब उनसे पता पूछा गया तो वह स्वयं को एग्री सुपर सीड हरियाणा के कर्मचारी बताने लगे। वह अन्य बीजों के मुकाबले आधी दरों में बीच बेच रहे थे। ऐसे में शक होने पर कृषि विभाग को सूचना दी गई तो कृषि विभाग की टीम ने गाड़ी सहित तीन जनों मोहित अग्रवाल पुत्र गोविंद अग्रवाल, रविंद्र कुमार दोनों निवासी हिसार, हरियाणा तथा रामदेव चौधरी पुत्र केसराम निवासी दलूसर, सरदारशहर को पल्लू पुलिस थाने लाकर पूछताछ की। जिसमें वह संबधित कागजात पेश करने में असमर्थ रहे तो उनको कृषि विभाग ने एक नोटिस देकर एक घंटे में जरूरी कागजात देने की बात कही उसके बाद भी कागजात पेश नहीं करने पर विभाग ने उनपर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने एवं अवैध बीज बेचने के जुर्म में मुकदमा दर्ज करवा दिया। कृषि विभाग की टीम में कृषि अधिकारी नोहर सुरेंद्र जाखड़, द्वारका प्रसाद जांगिड़, सहायक कृषि अधिकारी ओम प्रकाश सुथार, राकेश मुहाल, कृषि पर्यवेक्षक भंवर सिंह नाई, रजीराम मील आदि मौजूद रहे।
आधे रेट में देते हैं बीज
जानकारी के अनुसार जब्त किया गया बीज एग्री सुपर सीड्स कंपनी के दो वैरायटी स्वर्ण और बुलट के नाम का लोगो लगा हुआ था। जिस पर ८५० रूपए प्रिंट है मगर ये लोग किसानों को आधे से कम यानी ४०० रूपये में एक किलो की थैली बेच रहे थे। किसानों के अनुसार ये हर साल इसी तरह गांवों में घूमकर बीज का कारोबार करते हैं और किसान सस्ते के चक्कर में इनके लालच में फंस जाता है। पल्लू पेस्टीसाईस एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश बिजारणियां ने बताया कि इनके चक्कर में किसान आ जाते हैं मगर फसलों का परिणाम आते है तो किसानों के हालात खराब हो जाते है। वहीं सहायक कृषि अधिकारी ओम प्रकाश सुथार ने बताया कि बिना बिल किसी से भी खाद, बीज या पेस्टीसाईडस नहीं खरीदे अगर कोई ऐसा करता है तो तुरंत कृषि विभाग को अवगत करवाए।
पेस्टीसाईड यूनियन का विरोध
मामले की जानकारी लगते ही पल्लू की सम्पूर्ण पेस्टीसाईडस यूनियन हरकत में आ गई और अपना विरोध दर्ज कराते हुए बताया कि यहां बाहर के लोग फर्जी बीज किसानों को देते है और किसान की फसल खराब होने के बाद स्थानीय पेस्टीसाईडस यूनियन बदनाम होती है। ऐसे में कृषि विभाग से ऐसे अवैध लोगों पर सख्ती से कार्रवाई करने की बात कही। इस दौरान पेस्टीसाईड युनियन के अध्यक्ष राजेश बिजारिणयां, जसवंत कड़वासरा, अनिल गोदारा, अनिल पारीक, मैनपाल थांकण, राजू गोदारा, विनोद धेतरवाल, भीम भादू, सतपाल मौरवाल, किसन सेवदा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।