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जल्दी खुलासा मतलब ज्यादा रिकवरी, देरी होने पर भूल जाइए ‘दमड़ी’

locationहनुमानगढ़Published: Jun 12, 2021 09:29:54 am

Submitted by:

adrish khan

हनुमानगढ़. लूट-डकैती की वारदातों का जितना जल्दी खुलासा हो उतनी ही ज्यादा लूटे गए धन की रिकवरी की उम्मीद रहती है। अगर देरी होती जाए तो फिर दमड़ी की बरामदगी की उम्मीद भी धूमिल होती जाती है।

जल्दी खुलासा मतलब ज्यादा रिकवरी, देरी होने पर भूल जाइए 'दमड़ी'

जल्दी खुलासा मतलब ज्यादा रिकवरी, देरी होने पर भूल जाइए ‘दमड़ी’

जल्दी खुलासा मतलब ज्यादा रिकवरी, देरी होने पर भूल जाइए ‘दमड़ी’
– लूट-डकैती के मामलों में पुलिस ने जल्द खुलासा किया तो लगभग शत-प्रतिशत कर ली रिकवरी
– प्रकरणों के पटाक्षेप में ज्यादा समय लगने पर लूटे गए धन की बरामदगी की आस धूमिल
अदरीस खान @ हनुमानगढ़. लूट-डकैती की वारदातों का जितना जल्दी खुलासा हो उतनी ही ज्यादा लूटे गए धन की रिकवरी की उम्मीद रहती है। अगर देरी होती जाए तो फिर दमड़ी की बरामदगी की उम्मीद भी धूमिल होती जाती है। जिले में पिछले करीब एक साल में जो बैंक आदि में लूट की बड़ी घटनाएं हुई हैं, उन पर नजर डालें तो लगभग यही स्थिति सामने आती है। चाहे संगरिया एक्सिस बैंक लूट प्रकरण हो या टाउन मण्णपुरम गोल्ड लोन शाखा में तीन करोड़ रुपए से अधिक के सोने की लूट का मामला हो, पुलिस ने बेहतरीन प्रयास करते हुए इन प्रकरणों का जल्द खुलासा करने में कामयाबी हासिल की।
इसका सुखद परिणाम यह रहा कि लूटी गई नकदी व सोने की लगभग शत-प्रतिशत बरामदगी हो सकी है। मगर जहां प्रकरणों के पटाक्षेप में समय लगा वहां एक धेला भी बरामद नहीं हो सका। इसका 31 दिसम्बर 2020 को जंडावाली स्थित राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक में 12 लाख रुपए से अधिक की लूट का मामला पुख्ता उदाहरण है। अब सदर थाना क्षेत्र के ही गांव सहजीपुरा में सात जून को एसबीआई ग्राहक सेवा केन्द्र से नौ लाख रुपए की लूट की वारदात हुई है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्दी ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। मगर चिंता यह है कि अगर खुलासा जल्दी हुआ तो अधिकांश नकदी बरामद होने की संभावना रहेगी। ज्यादा देरी होने पर नकदी बरामदगी की संभावना घटती जाएगी।

लुटेरे पकड़े, नकदी नहीं मिली
गांव जंडावाली स्थित राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक में गत वर्ष 31 दिसम्बर की शाम हथियारों से लैस नकाबपोश तीन अज्ञात जने घुसे। वहां से 12 लाख 44 हजार 24 रुपए लूटकर ले गए। सदर थाना पुलिस ने इस साल 16 अप्रेल को आरोपी संदीप भुल्लर पुत्र हरबंस सिंह निवासी अमरसिंहपुरा पीएस गोलूवाला को गुरुग्राम जेल से प्रोडक्शन वारंट पर बापर्दा गिरफ्तार किया। शिनाख्त परेड के बाद उसे जेल भिजवा दिया गया। इस प्रकरण में अब तक एक पैसे की बरामदगी नहीं हो सकी है। क्योंकि मामले के खुलासे, आरोपियों की शिनाख्त व गिरफ्तारी में साढ़े तीन माह का समय लग गया।

अधिकांश सोने की रिकवरी
इस साल 15 मार्च को दो अज्ञात जनों ने टाउन स्थित मण्णपुरम गोल्ड लोन शाखा में घुसकर बैंक कर्मचारियों पर पिस्तौल तान लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस संबंध में 16 मार्च को मामला दर्ज कराया गया। टाउन पुलिस ने 20 मार्च को वारदात का खुलासा कर बैंक शाखा के पूर्व सहायक मैनेजर संजय सिंह सहित तीन जनों को गिरफ्तार कर लिया। तीन करोड़ रुपए से अधिक के सोने की लूट के इस प्रकरण में पुलिस ने अधिकांश सोना आरोपियों की निशानदेही पर बरामद कर लिया था। पुलिस ने आरोपियों से 4862 ग्राम सोने के आभूषण जब्त कर लिए थे।

जुटे जांच में, बरामदगी नहीं
सदर थाना प्रभारी मानसिंह गोदारा ने बताया कि सहजीपुरा लूट प्रकरण की जांच में पुलिस टीम जुटी हुई है। मामले का जल्दी खुलासा करने का प्रयास है। जंडावाली ग्रामीण बैंक प्रकरण में दो जनों को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया जा चुका है। मगर इस प्रकरण में कोई बरामदगी अभी नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है कि सात जून की दोपहर एक बाइक पर सवार होकर तीन जने गांव सहजीपुरा के वार्ड तीन स्थित एसबीआई ग्राहक सेवा केन्द्र के बाहर पहुंचे। तीनों अज्ञात जनों ने साफे से चेहरों को ढक रखा था। दो जने ग्राहक सेवा केन्द्र में घुसे। जबकि तीसरा बाइक स्टार्ट कर बाहर खड़ा रहा। अंदर घुसे दोनों जनों ने कियोस्क संचालक राजपाल स्वामी को पिस्तौल दिखाते हुए गोली मारने की धमकी दी तथा नकदी मांगी। कियोस्क संचालक राजपाल के सिर में पिस्तौल के बट से चोट मारकर 9 लाख रुपए की नकदी भरा बैग, सोने की चेन व मोबाइल फोन छीन लिया। इसके बाद तीनों जने बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। लूट की वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा नाकाबंदी करवाई। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में बाइक पर तीन नकाबपोश दिखे।

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