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कर्जमाफी में हाथ की लकीरों का पेच खत्म

locationहनुमानगढ़Published: Nov 20, 2019 08:52:56 pm

Submitted by:

Purushottam Jha

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हनुमानगढ़. अंगूठे के फेर में जिन किसानों की कर्जमाफी अटकी हुई थी। उनको राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने नया रास्ता अख्तियार किया है।

कर्जमाफी में हाथ की लकीरों का पेच खत्म

कर्जमाफी में हाथ की लकीरों का पेच खत्म

-अंगूठे के फेर में नहीं अटकेगी ऋणमाफी, अब नया रास्ता अख्तियार
-केंद्रीय सहकारी बैंक हनुमानगढ़ के अधिकारी जुटे वंचित किसानों को चिन्हित करने में
हनुमानगढ़. अंगूठे के फेर में जिन किसानों की कर्जमाफी अटकी हुई थी। उनको राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने नया रास्ता अख्तियार किया है। इस तरह हाथ की लकीरें अब ऋण माफी के रास्ते में अड़चने नहीं डाल पाएगी। प्रदेश के ऐसे हजारों किसानों की कर्जमाफी को लेकर सरकार ने नियमों में ढील देते हुए अब सभी केंद्रीय सहकारी बैंक के एमडी को शक्तियां प्रदान करते हुए ऐसे किसानों को चिन्हित करने व उनकी दो-दो आईडी लेकर उनके जीवित होने का प्रमाण पत्र तैयार करके इसकी रिपोर्ट भिजवाने के लिए कहा है। रजिस्ट्रार की ओर से जारी निर्देश में संबंधित सहकारी बैंक के प्रबंधकों की जिम्मेदारी तय की गई है कि वह निर्धारित समय में कर्जमाफी से वंचित रहे लोगों का भौतिक सत्यापन करके उनकी रिपोर्ट भिजवाएं।
जिससे नियमानुसार वंचित किसानों की कर्जमाफी की जा सके। हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो करीब सात सौ ऐसे किसान हैं, जो आधार होते हुए भी बायोमैट्रिक्स में अंगूठा नहीं आने के कारण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से वंचित रह गए थे। इसके कारण राजस्थान कृषक ऋण माफी योजना २०१९ के तहत उनकी कर्जमाफी नहीं हो सकी। सहकारिता विभाग के अफसरों के अनुसार जिले में ज्यादातर बुजुर्ग किसान ही हैं, जिनके अंगूठे बायोमैट्रिक्स में स्केन नहीं हो पाए। आधार के आधार पर अधिप्रमाणन नहीं होने, अंगुलियों की रेखाओं के स्पष्ट नहीं आने, आंखों की पुतलियों का स्पष्ट नहीं आने आदि कारणों से प्रदेश के हजारों लाभार्थी के पात्र होने के बावजूद उनकी कर्जमाफी नहीं हो सकी। इस तरह सरकार ने आधार सॉफ्टवेयर में उपलब्ध फोर्स कैप्चर का विकल्प अपनाते हुए आधार प्रमाणन करवाकर वंचित किसानों की कर्जमाफी करने की योजना बनाई है। इससे हजारों किसानों की कर्जमाफी की उम्मीद जगी है।
इस तरह होगी कर्जमाफी
ऋण माफी से वंचित रहे किसानों का आधार प्रमाणन करने के बाद एक शपथ पत्र तैयार किया जाएगा। जिसमें कर्ज का विवरण भी होगा। इसकी सूची तैयार कर ग्राम सेवा सहकारी समिति स्तर व पंचायत मुख्यालय पर चस्पा की जाएगी। साथ ही किसान ने कितना ऋण ले रखा है, इसका विवरण भी इसमें दर्ज होगा। विभाग का लक्ष्य है कि कोई भी किसान कर्जमाफी से वंचित नहीं रहे। इसी कड़ी में अब इस तरह की पहल की गई है।
८७९०० किसानों का कर्जमाफ
नई सरकार बनने पर फरवरी २०१९ में राज्य में शुरू की गई कर्जमाफी योजना के तहत हनुमानगढ़ में ८७९०० किसानों का ३३८ करोड़ का फसली ऋण माफ किया गया। जबकि करीब सात सौ किसानों के आधार प्रमाणन नहीं होने के कारण इनकी कर्जमाफी नहीं हो सकी थी। वंचित किसानों को राहत प्रदान करने के लिए अब सरकार ने नियमों में छूट देते हुए अफसरों की जिम्मेदारी तय की है।
……फैक्ट फाइल……
-हनुमानगढ़ जिले में वर्ष २०१९ में ८७९०० किसानों का ३३८ करोड़ का फसली ऋण माफ किया गया।
-केंद्रीय सहकारी बैंक से करीब एक लाख किसान जुड़े हुए हैं।
– जिले में २१५ ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से बैंक कारोबार कर रहा है।
-हनुमानगढ़ में आधार प्रमाणन नहीं होने के कारण करीब सात सौ किसान कर्जमाफी से वंचित हैं।
…..वर्जन…..
सूची कर रहे तैयार
कर्जमाफी से वंचित किसानों की सूची तथा उनके जीवितता का प्रमाण पत्र संलग्न करने के साथ ही उनकी दो आईडी के साथ रिपोर्ट तैयार करने के लिए उच्च स्तर से निर्देशित किया गया है। सरकार का प्रयास है कि सभी वंचित किसानों को कर्जमाफी का लाभ दिया जाए। आधार प्रमाणन के अभाव में पहले इन किसानों की कर्जमाफी नहीं पाई थी। लेकिन सरकार स्तर पर अब नियमों में ढील देेने के कारण इन किसानों की कर्जमाफी होने की उम्मीद जगी है।
अमीलाल सहारण, उप रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग हनुमानगढ़
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