डेढ़ सौ कर्मचारियों का स्टॉफ बढ़ेगा: खान
उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन को इलेक्ट्रिक करने का काम पूर्ण हो गया है। छोटे रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन से गाड़ियां चलाई जा रही है। आगे मांग के अनुसार इलेक्ट्रिक इंजन रेलवे मंडल को मिलने पर लंबी दूरी की ट्रेनें भी इलेक्ट्रिक चलने लगेगी। वाशिंग लाइन स्वीकृत होने से यहां पर रेलवे के करीब डेढ़ सौ कर्मचारियों का स्टॉफ बढ़ेगा। इस तरह दो दशक पूर्व हनुमानगढ़ रेलवे की पहचान जिस तरह से थी, वह अब लौटेगी। अपने तेरह वर्ष के कार्यकाल के बारे में उन्होंने बताया कि पहले बीकानेर रेल मंडल में नाइट पेट्रोलिंग में एक ही स्टॉफ लगता था। शीतकाल में कई रेलवे कर्मचारियों की जानें जाती थी। एक ही स्टॉफ को सोलह किमी तक पैट्रोलिंग करनी होती थी। लेकिन मेरे कार्यकाल में मैंने नाइट पेट्रोलिंग में एक की जगह दो स्टॉफ को लगाने का आदेश जारी करवाया। इससे कर्मचारियों का कार्य आसान हुआ। हादसे कम हुए। उन्होंने बताया कि पूरे देश में बीकानेर रेल मंडल ही एक ऐसा है, जहां पर नाइट पेट्रोलिंग में दो कर्मचारियों का स्टॉफ तैनात रहता है।
‘लोगों को राहत देना प्राथमिकता’
कर्मचारियों की वेलफेयर के लिए संगठन स्तर पर दो लाख रुपए तक आर्थिक मदद देने की बात कही। उन्होंने कहा कि मंडल स्तर के आठ से दस हजार कर्मचारियों ने मुझ पर विश्वास करके मंडल मंत्री का दायित्व सौंपा है। मेरा प्रयास रहता है कि मैं कर्मचारियों के लिए हर समय तत्पर रहूं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के सुखों के लिए कई बार निजी सुखों का त्याग भी करना पड़ता है, लेकिन जब किसी कर्मचारी को राहत मिलती है, अनुकंपा नियुक्ति या तकनीकी कारणों से अटकी नियुक्ति के आदेश जारी होते हैं, तो सुखद अहसास होता है। उन्होंने कहा कि मैं हनुमानगढ़ जिले से आता हूं। मेरी पहली प्राथमिकता यहां के लोगों को राहत देने की रहेगी। जंक्शन रेलवे स्टेशन पर पहुंचने पर शनिवार को रेलवे कर्मचारियों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस मौके पर कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष तरुण विजय, भटनेर किंग्स क्लब के संरक्षक आशीष विजय, कुलभूषण जिंदल, देहात अध्यक्ष गुरमीत सिंह चंदड़ा, इशाक खान, सुरेंद्र भाकर, सौरव शर्मा, मोहनलाल सैनी, विजय कौशिक, रणवीर सिहाग, लेखाधिकारी निजामुद्ीन गौरी आदि मौजूद रहे।