माकपा जिला कमेटी सदस्य मनीराम मेघवाल, पंचायत समिति पूर्व उपप्रधान कमला मेघवाल, डीवाईएफआई जिलाध्यक्ष बग्गासिंह गिल के नेतृत्व में अनेक श्रमिक कृषक विश्राम गृह के सामने एकत्रित हुए। यहां से जुलूस के रूप में पंचायत समिति कार्यालय के सामने पहुंचे व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घेराव किया। श्रमिकों ने यहां करीब दो घंटे तक प्रदर्शन किया लेकिन विकास अधिकारी ने श्रमिक प्रतिनिधियों से वार्ता नहीं की। इससे आक्रोशित श्रमिक जुलूस के रूप में उपखंड कार्यालय पहुंचे व नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। एएसआई मातुसिंह के साथ पुलिस ने आंदोलनकारियों को समझाया। यहां हुई सभा में पूर्व उपप्रधान कमला मेघवाल ने कहा कि भीषण गर्मी में मनरेगा श्रमिक बेहाल है।
बार-बार अवगत करवाने पर भी उनके कार्य के समय का संशोधन नहीं हो रहा। माकपा जिला कमेटी सदस्य मनीराम मेघवाल ने कहा कि कार्यस्थल पर नरेगा श्रमिकों के लिए ठहराव, पेयजल, दवा व टैंट आदि की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। डीवाईएफआई जिलाध्यक्ष बग्गासिंह गिल ने कहा कि लम्बे समय से श्रमिकों की मांगों पर संबंधित विभाग ध्यान नहीं दे रहा। श्रमिकों ने श्रमिकों को 200 दिवस काम देने, टास्क पूरा करने के बाद कार्यस्थल छोडऩे की अनुमति देने, मेटों की नियुक्ति रोस्टर अनुसार करने, कार्यस्थल पर पर्याप्त व्यवस्थाएं करने, सूरांवाली में कार्य के बावजूद काटे गए श्रमिकों के नाम जोडऩे तथा उन्हेंं मजदूरी दिलाने, अधिक दूरी वाले श्रमिकों को दस प्रतिशत अतिरिक्त मजदूरी देने तथा श्रमिकों में प्रत्येक परिवार को खाद्य सुरक्षा से जोडऩे की मांग की। सभा में यूनियन के शेरसिंह, गगनदीप मान, शकूरखान, गोपाल बिश्नोई, दौलतराम डागला आदि ने विचार व्यक्त किए।