भत्ते के लिए आ रहे खूब
राज्य सरकार नई बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत युवकों को तीन हजार तथा युवतियों व दिव्यांग बेरोजगारों को साढ़े तीन हजार रुपए भत्ता दे रही है। जिले में पिछले में माह तक 1230 बेरोजगारों को भत्ते का भुगतान किया जा चुका है। एक से दस जुलाई के बीच 1435 नए आवेदन भी जमा हो चुके हैं।
ड्यूटी दिन-रात, दिहाड़ी मजदूर
सेवा केंद्रों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को रात्रि में सुरक्षा के लिए तैनात किया हुआ है। मगर अधिकारी उनसे दिन में भी ड्यूटी करवाते हैं। मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी 192 रुपए निर्धारित है। यदि सेवा केन्द्रों के सुरक्षाकर्मियों को पूरा मानदेय 3822 रुपए भी मिले तो केवल 127 रुपए ही प्रतिदिन मजदूरी होती है। एजेंसी के माध्यम से भुगतान होने के कारण हर बार इस राशि में कैंची चलती है। जिले की बात करें तो यहां सभी 251 सेवा केन्द्रों पर 21 मई 2013 से सुरक्षा प्रहरी नियुक्त हैं।
भिजवाई रिपोर्ट
सेवा केन्द्रों के सुरक्षाकर्मियों के मानदेय बढ़ोतरी को लेकर मुख्यालय स्तर पर निर्णय होगा। इस संबंध में स्थानीय स्तर पर सौंपे गए ज्ञापन वगैरह के आधार पर रिपोर्ट भिजवाई हुई है। भुगतान को लेकर नए निर्देश मुख्यालय जारी करेगा। – परशुराम धानका, सीईओ, जिला परिषद।
फैक्ट फाइल
प्रदेश में कुल सेवा केन्द्र : 9278
इनमें से पंचायत समिति मुख्यालय पर : 245
ग्राम पंचायतों पर कुल सेवा केन्द्र : 9000
जिला मुख्यालय पर जन सुविधा सेवा केन्द्र : 33
जिले में भत्ता प्राप्त बेरोजगार – 1230
जुलाई में आए नए आवेदन – 1435
सेवा केन्द्रों के प्रहरियों को मानदेय – 2500 से 3000
बेरोजगारों को मिल रहा भत्ता – 3000 से 3500