टिड्डी दल का प्रकोप आने के बाद किसानों को क्या करना चाहिए, इसे लेकर कृषि विभाग गांवों में मुनादी करवा रहा है। साथ ही किसानों से अपील कर रहा है कि टिड्डी का आक्रमण होने पर वह तत्काल विभागीय कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दे। इसके अलावा सोशल मीडिया के कई ग्रुप बनाकर कृषि विभाग किसानों से संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक कर रहा है।
हनुमानगढ़ जिले में टिड्डी नियंत्रण के लिए कृषि विभाग ने ३५० लाख रुपए का प्लान बनाकर सरकार को भिजवा दिया है। इसके बाद विभाग के शासन सचिव ने सभी कृषि उप निदेशकों को इस बात के लिए आश्वस्त कर दिया कि किसी जिले में टिड्डी रोकथाम के कार्य में बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके बाद जिला स्तर पर दवा खरीद, छिडक़ाव के लिए आवश्यक मशीनें व श्रमिकों की व्यवस्था कर ली गई है।
हनुमानगढ़ जिले में चालू खरीफ सीजन में नरमा-कपास की बिजाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है। इसमें करीब दो लाख हेक्टैयर में इस बार नरमा-कपास की बिजाई होने की बात अधिकारी कह रहे हैं। कृषि अधिकारी बलकरण सिंह के अनुसार टिड्डी से जिले में इन फसलों को काफी नुकसान हो सकता है। इसके अलावा किन्नू के बाग भी प्रभावित हो सकते हैं।