बापू का जयंती वर्ष बालिका शिक्षा पर पड़ेगा भारी, आठ जिलों में बंद होंगे बालिका स्कूल
हनुमानगढ़Published: Jun 15, 2019 11:25:45 am
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बापू का जयंती वर्ष बालिका शिक्षा पर पड़ेगा भारी, आठ जिलों में बंद होंगे बालिका स्कूल
बापू का जयंती वर्ष बालिकाओं पर पड़ेगा भारी, छोडऩे पड़ेंगे स्कूल, जंक्शन का राबाउमावि अब इंग्लिश मीडियम
– राबाउमावि नहीं अब कहलाएगा महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम
– बालिकाओं की बढ़ेगी दिक्कत
हनुमानगढ़. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की डेढ़ सौवीं जयंती जिले से लेकर प्रदेश में बालिका शिक्षा पर भारी पड़ रही है। हनुमानगढ़ सहित आठ जिला मुख्यालयों पर संचालित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक व माध्यमिक विद्यालय बंद हो रहे हैं। क्योंकि वहां पर अब महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम संचालित होंगे। जाहिर है कि हिन्दी माध्यम से पढ़ रही बालिकाओं को तो स्कूल छोडऩा ही पड़ेगा। राज्य सरकार ने योजना के प्रथम चरण के तहत सभी 33 जिला मुख्यालयों पर अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय नए शिक्षा सत्र से शुरू करने का आदेश गुरुवार को जारी किया। मगर इन 33 विद्यालयों में से 7 तो बालिका उच्च माध्यमिक तथा एक बालिका माध्यमिक विद्यालय है।
इसको लेकर शिक्षाविदें तथा बालिका शिक्षा के समर्थकों को आपत्ति है। उनका तर्क है कि योजना के तहत जहां महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम खोलने के आदेश हुए हैं, वहां गत सत्र तक अध्ययनरत विद्यार्थियों का नामांकन नजदीक के स्कूल में कराया जाएगा। मगर बालिकाओं को इसमें दिक्कत होगी। उदाहरण के लिए हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित राजकीय बालिका उमावि बंद होने के बाद छात्राओं का नामांकन के लिए आसपास करीब चार से पांच किलोमीटर तक कोई माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर का बालिका विद्यालय नहीं है। ऐसे में अभिभावक शायद ही बच्चियों को दूर पढऩे भेजे। वैसे भी इन विद्यालयों में अधिकांश छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से हैं। ऐसे में इस आदेश को बदलकर बालिका की बजाय बालक विद्यालयों में ही महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की मांग की जा रही है। श्रीगंगानगर में राउमावि छात्र हरिजन बस्ती में अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खुलेगा।
कहां-कहां बालिका स्कूल बंद
जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ के साथ आठ जिलों में बालिका स्कूलों में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम खोलने का आदेश हुआ है। इसमें राबाउमावि चितौडगढ़़, टाउन डूंगरपुर, मानसरोवर जयपुर, जालौर, गिन्नाणी नागौर व गुलजार बाग टौंक शामिल है। इसके अलावा एक राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय है जो करौली जिला मुख्यालय पर स्थित है।
प्रस्ताव था जंक्शन ब्वॉयज का
बड़ी बात यह है कि जिला मुख्यालय से डीईओ माध्यमिक ने जंक्शन स्थित राउमावि छात्र में अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खोलने का आदेश प्र्रस्ताव बनाकर भेजा था। अंदर की बात यह है कि कोई भी अपने स्कूल में अंग्रेजी माध्यम का स्कूल खुलवाना नहीं चाहता था। क्योंकि अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में हिन्दी माध्यम के शिक्षक नहीं रखे जाएंगे। ऐसे में जहां-जहां यह स्कूल खुले हैं, उनके शिक्षकों को अन्यत्र लगाया जाएगा। ऐसे में घबराए शिक्षक यहां-वहां दौड़ लगा रहे थे।
पहले साक्षात्कार से नियुक्ति
गौरतलब है कि अंग्रेजी माध्यम के यह सरकारी विद्यालय इसी सत्र शुरू होंगे। इनमें कक्षा एक से बारहवीं तक का संचालन होगा। चयनित विद्यालय के विद्यार्थी अगर अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा हासिल करने के इच्छुक नहीं होंगे तो उनका पास के स्कूल में नामांकन करवा दिया जाएगा। इन विद्यालयों में शिक्षकों को साक्षात्कार के आधार पर नियुक्त किया जाएगा।
हकीकत की अनदेखी
इस विद्यालय को गोद लेकर लाखों रुपए खर्च किए ताकि बालिकाओं को बढिय़ा माहौल मिल सके। अब सरकार इसे अंग्रेजी माध्यम का बनाना चाहती है। मगर अभी पढ़ रही छात्राओं को तो अन्यत्र जाना पड़ेगा। यह फैसला जमीनी हकीकत की अनदेखी कर लिया गया है। – उमाशंकर अरुण, विद्यालय प्रबंध समिति सदस्य, राबाउमावि जंक्शन।