पिता प्रतापसिंह पुत्र माडूराम मेघवाल के अनुसार नौ अगस्त सुबह 11.30 बजे अपने घर से बाजार जाने का कहकर नरेंद्र निकला था लेकिन वापिस नहीं लौटा। इसी तरह से पड़ौसी मोहल्ले वार्ड 35 की रहने वाली विवाहिता अपने पीहर भाखरांवाली से गायब थी। विवाहिता दो बच्चियों की मां है। दोनों के शव नहर से बरामद हो गए।
महिला दो बच्चियों की मां
प्राप्त जानकारी अनुसार सार्दुल नहर आरडी 81 गांव नगराना समीप मंगलवार रात बाईक ग्रामीणों को खड़ी मिली। इसके पास एक मोबाइल, जूते, लेडिज चप्पल एवं पैर की पायजेब थी। ऐसे में किसी युवक-युवती के नहर में गिरने की आंशका होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। गांव के पूर्व डायरेक्टर भागीरथ व समाज सेवी राज किंगरा संगरिया ने सोशल मीडिया पर इस संबंध में वीडियो व जानकारी वायरल की, तब परिजनों को पता चला। युवक की पहचान संगरिया के वार्ड 34 निवासी नरेन्द्र कुमार मेघवाल (20) के रुप में हुई। जो अविवाहित है। वहीं विवाहिता चन्द्रकला (22) दो बेटियों की मां है। उसके एक चार माह व दूसरी डेढ़ साल की बच्ची है।
एनडीआरएफ गोताखोरों को बुधवार दोपहर करीब 12.30 बजे युवक नरेंद्र का शव बुर्जी संख्या 81 पर उसके गिरने की जगह के पास बरामद हो गया लेकिन महिला का शव शाम छह बजे बुर्जी संख्या 83 के पास मिला। युवक के पिता प्रतापसिंह ने थाने में मर्ग दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि नरेंद्र कबाड़िए की दुकान पर काम करता था। घर नहीं लौटने पर तलाश की गई तो बुर्जी नं.81 पर उसका बाइक खड़ा मिला। शक होने पर नहर में ढूंढा तो गोताखोरों की टीम ने उसे मृत बाहर निकाला।
उधर, सरपंच एडवोकेट महेंद्र भाकर ने बताया कि भाखरांवाली निवासी सुनील पुत्र कालूराम मेघवाल ने मर्ग दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया गया कि उसकी बहन चंद्रकला (22) पत्नी मांगीलाल निवासी वार्ड 35 संगरिया नौ अगस्त की सुबह करीब 11 बजे संगरिया जाने का कहकर गांव भाखरांवाली से गई थी। पूछताछ व पता करने पर उसके चप्पल व पायजेब सार्दुल ब्रांच की आरडी 81 पर मिले। तलाश करने पर लाश नहर में मिली।
रिश्ते में चाची-भतीजा
जानकारी में आया कि युवक व महिला में प्रेम-प्रसंग था। महिला युवक की रिश्तेदारी में चाची बताई जा रही है। करीब एक महीने से वह अपने पीहर गांव भाखरांवाली आई हुई थी। दोनों घरों में मातम पसर गया। हालांकि दोनों ओर से मौत पर किसी तरह का शक जाहिर नहीं होने पर पुलिस ने पोस्टमॉर्ट्म करवाकर शाम को शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं प्रशासन को सुबह ही सूचना देने के बावजूद एनडीआरएफ टीम के तीन घंटे देरी से पहुंचने पर लोगों ने रोष जताया।