मंडी समिति हनुमानगढ़ के प्रबंधन ने जो प्रस्ताव बनाया है। उसमें एकल सब्जी मंडी की चार दिवारी करवाने पर एक करोड़, कृषि उपज मंडी समिति कार्यालय जंक्शन के मरम्मत पर ४९.५० लाख, किसान भवन के मरम्मत पर २७.९० लाख, मंडियों में संकेतक लगाने व ट्रेफिक सिग्नल लगाने पर २२.५० लाख व नए पिड बनाने पर ४९.२० लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसके अलावा टाउन मंडी समिति कार्यालय में सोलर सिस्टम लगाने पर बीस लाख रुपए खर्च होंगे। हनुमानगढ़ मंडी समिति कार्यालय से जंक्शन, टाउन व डबलीराठान मंडी जुड़ी हुई है। इन तीनों मंडियों के विकास का प्लान हनुमानगढ़ मंडी समिति कार्यालय की ओर से तैयार किया जाता है।
जिले में रबी की प्रमुख फसल गेहूं मानी जाती है। गत रबी सीजन में गेहूं की अच्छी आवक होने से मंडी की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई। अप्रैल २०१८ से अक्टूबर २०१८ के बीच हनुमानगढ़ मंडी में कुल २४८३०२२ क्विंटल आवक हुई है। इसी तरह अप्रेल २०१९ से अक्टूबर २०१९ के बीच गेहूं की आवक २६८८५५४ क्विंटल हुई। इस तरह अप्रैल २०१८ से अक्टूबर २०१८ तक कृषि उपज मंडी समिति हनुमानगढ़ में ९३३३३८.०९ लाख रुपए का कारोबार हुआ था। जो अप्रेल २०१९ से अक्टूबर २०१९ में ९५२८१.९१ लाख रुपए हो गया।
-एकल सब्जी मंडी विकसित करने को लेकर ०१ करोड़ रुपए खर्च होंगे चार दिवारी पर।
-मंडियों में संकेतक लगाने व ट्रेफिक सिग्नल लगाने पर २२.५० लाख रुपए लगने का अनुमान।
-मंडी समिति हनुमानगढ़ में अप्रेल २०१९ से अक्टूबर २०१९ के बीच ९५२८१.९१ लाख रुपए का हुआ कारोबार।
-हनुमानगढ़ टाउन मंडी समिति कार्यालय में सोलर सिस्टम लगाने पर होंगे २० लाख रुपए खर्च।
प्लान किया तैयार
मंडी समिति में विकास कार्य करवाने को लेकर प्रस्ताव बनाकर भिजवाए गए हैं। मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू करवाए जाएंगे। एकल सब्जी मंडी की चार दिवारी करवाने के साथ ही धान मंडी में पिड बनाने, किसान भवन का मरम्मत करवाने सहित अन्य प्रमुख कार्य प्रस्तावित हैं।
सीएल वर्मा, सचिव, मंडी समिति हनुमानगढ़