बता दें कि हनुमानगढ़ के रावतसर में नगर पालिका अध्यक्ष के पति हरवीर सहारण की सोमवार को एसडीएम कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह उपखंड अधिकारी के पास पेयजल संबंधी मामला निपटाने एसडीएम कार्यालय गए थे। इसी दौरान कार में सवार होकर आए अज्ञात जनों ने उन पर बंदूक से छह फायर किए और पांच गोली पार्षद हरवीर सहारण को लगी।
सहारण को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया जहां उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसी के बाद रावतसर में स्थिति तनावपूर्ण बनी गई थी। हरवीर सहारण की हत्या के बाद उनके निवास पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। जिसमे हरवीर सहारण के समर्थक एकत्र हुए। कस्बे मे सनाटा पसरा हुआ है। तनाव पूर्ण स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था। आई जी दिनेश एम एन ने भी पुलिस थाना रावतसर में पहुंच स्थिति का जायजा लिया था।
चुनाव लडऩे से रोकने के लिए हत्या मृतक हरवीर सहारण के पुत्र हनुमंतसिंह सहारण ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि उसके पिता सोमवार को जब एसडीएम कार्यालय में थे तो रामनिवास महला पुत्र हाकमाराम निवासी चाईया व तीन अन्य आए। रामनिवास ने पिता को धमकाते हुए कहा कि तुम महेन्द्र पूनिया की खिलाफत करते हो। नोहर से चुनाव लडऩा चाहते हो, तुझे अभी सबक सिखाते हैं। इसके बाद पिस्तौल से कई गोली मारी। परिवादी व अन्य ने शोर मचाया तो आरोपित अपने वाहन से फरार हो गए।
आरोप है कि हरवीर सहारण की 30 सितम्बर को नोहर की जाट धर्मशाला में सभा व रैली प्रस्तावित थी। इसे विफल करने तथा पिता को चुनाव लडऩे से रोकने के लिए उनकी हत्या की गई।