स्कूल बना शरणस्थली
हनुमानगढ़Published: Jul 16, 2023 11:00:12 am
स्कूल बना शरणस्थली
- राजकीय विद्यालयों में घग्घर प्रभावित परिवारों को ठहराया
-‘शहर भी बचे, गांव भी बचे, खेत भी बचे इस योजना पर अमल करना होगा’
- कैली बन रही है परेशानी का सबब प्रथम पाइंट पर ही हो इसका निस्तारण


स्कूल बना शरणस्थली
हनुमानगढ़. डबलीराठान उपतहसील क्षेत्र की जीवनदायिनी बरसाती नदी घग्गर नदी के सबसे नजदीक कुछ कदम दूर गांव सहजीपुरा एवं गांव बहलोलनगर पर निर्मित काजवों (पुलों) पर अभी इतना दबाव नहीं है, यानि दोनों काजवे सुरक्षित है लेकिन कैली का निस्तारण सिर दर्द साबित हो रहा है। सहजीपुरा काजवे के पाइपों से पानी बह रहा है, रुकावट डाल रही तो कैली। बहलोलनगर गांव के काजवे पर कैली के कारण पानी प्रवाह ऊपर से होने लगा है। कृषि कार्यो आदि के लिए ग्रामीण काजवे के ऊपर बह रही कैली एवं पानी से गुजर दूसरी ओर आ जा रहें हैं। दोनों काजवों से कैली निकालने के लिए एक्सवेटर मशीन की सहायता लेना मजबूरी बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि आबादी को अभी तक कोई खतरा नहीं है लेकिन प्रशासन ओटू हैड से रिलिज किए पानी को देखते हुए कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता। सहजीपुरा एवं बहलोलनगर के ग्रामीणों द्वारा प्रशासन की कमजोरी पर गहरा रोष व्यक्त कर आलोचना भी की गई है।