यह जानकारी सोमवार को जलसंसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप ने उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान दी। इसके पश्चात नागरिकों को सहायक अभियंता अनिल अग्रवाल ने बताया कि ओवरब्रिज तीन लाइन का 9.5 मीटर चौड़ा होगा। ओवरब्रिज के नीचे चारों तरफ साढ़े 5 मीटर चौड़ाई की सर्विस लाइन होगी। ओवरब्रिज के नीचे वर्तमान में जो सडक़ है, इस पर यातायात की व्यवस्था यथावत रहेगी। इसका निर्माण मार्च 2020 में पूरा होगा।
गौरतलब है कि सतीपुरा फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण 79 करोड़ की लागत से होगा।
उद्घाटन कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति राजकुमार हिसारिया, उप सभापति नगीना बाई, जिलाध्यक्ष बलबीर बिश्नोई, पीडब्ल्यूडी एसई गुरनाम सिंह, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, अधिशाषी अभियंता पवन यादव, एईएन अनिल अग्रवाल, कनिष्ठ अभियंता श्रवण कुमार भुकर, अरूण खिलेरी, प्रवक्ता जसप्रीत सिंह जेपी, गौरव जैन, नवां सरपंच सफी मोहम्मद, पार्षद गुरदीप सिंह, परमजीत कौर, राजेन्द्र चौधरी, आदि मौजूद रहे।
उद्घाटन कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति राजकुमार हिसारिया, उप सभापति नगीना बाई, जिलाध्यक्ष बलबीर बिश्नोई, पीडब्ल्यूडी एसई गुरनाम सिंह, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, अधिशाषी अभियंता पवन यादव, एईएन अनिल अग्रवाल, कनिष्ठ अभियंता श्रवण कुमार भुकर, अरूण खिलेरी, प्रवक्ता जसप्रीत सिंह जेपी, गौरव जैन, नवां सरपंच सफी मोहम्मद, पार्षद गुरदीप सिंह, परमजीत कौर, राजेन्द्र चौधरी, आदि मौजूद रहे।
गांधी नगर को मिली राहत
जंक्शन के बीस वार्ड के नागरिकों को राहत मिलेगी। इलाके के नागरिकों को बाजार व बस स्टैंड में आने-जाने में ईंधन व समय की बचत तो होगी ही, रेलवे ट्रैक से गुजरने के दौरान हादसे भी नहीं होंगे। इसका निर्माण 91/7-8 आठ करोड़ की लागत से होगा। इसकी चौड़ाई पांच मीटर के करीब और ऊंचाई चार मीटर के आसपास होगी।
जंक्शन के बीस वार्ड के नागरिकों को राहत मिलेगी। इलाके के नागरिकों को बाजार व बस स्टैंड में आने-जाने में ईंधन व समय की बचत तो होगी ही, रेलवे ट्रैक से गुजरने के दौरान हादसे भी नहीं होंगे। इसका निर्माण 91/7-8 आठ करोड़ की लागत से होगा। इसकी चौड़ाई पांच मीटर के करीब और ऊंचाई चार मीटर के आसपास होगी।
गौरतलब है कि गांधीनगर में अंडरपास निर्माण को लेकर नागरिक 2012 से मांग कर रहे हैं। इसको लेकर समय-समय पर धरना प्रदर्शन भी कर चुकी है। गत वर्ष में रेलवे ट्रैक से गुदरने से दौरान एक शख्स की मौत के बाद मामला खूब गर्माया था। कई वार्डों के नागरिकों ने शव को जंक्शन के रेलवे स्टेशन कर रोष प्रकट किया था।
ईंधन की होगी बचत
सतीपुरा फाटक बंद होने के कारण वाहन चालकों कई देर तक इंतजार करना पड़ता है। इसके निर्माण होने से इंतजार नहीं करना होगा। समय के साथ ईंधन की भी बचत होगी।
सतीपुरा फाटक बंद होने के कारण वाहन चालकों कई देर तक इंतजार करना पड़ता है। इसके निर्माण होने से इंतजार नहीं करना होगा। समय के साथ ईंधन की भी बचत होगी।