scriptनहीं तय हुआ भाखड़ा का रेग्यूलेशन | Not fixed Bhakra Regulation | Patrika News
हनुमानगढ़

नहीं तय हुआ भाखड़ा का रेग्यूलेशन

https://www.patrika.com/rajasthan-news/

हनुमानगढ़Oct 09, 2018 / 09:35 pm

Rajaender pal nikka

bhakhra canal

नहीं तय हुआ भाखड़ा का रेग्यूलेशन

अचानक रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक स्थगित

हनुमानगढ़. भाखड़ा नहरों का रेग्यूलेशन निर्धारित करने को लेकर मंगलवार को रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक होनी थी। लेकिन अपरिहार्य कारणों से बैठक के अचानक स्थगित होने से भाखड़ा नहरों का रेग्यूलेशन तय नहीं हो सका। अब कलक्टर की ओर से अगली तारीख निर्धारित होने पर बैठक हो सकेगी। हालांकि यह अभी तय नहीं है कि आगे बैठक कब होगी। जल संसाधन विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी सिंचाई पानी की इतनी दिक्कत नहीं है। भाखड़ा नहर को पूर्व में निर्धारित रेग्यूलेशन के अनुसार चलाया जा रहा है। नए रबी सीजन में भाखड़ा नहरों का रेग्यूलेशन निर्धारित करने के लिए पूर्व में मंगलवार को बैठक प्रस्तावित थी।
लेकिन अपरिहार्य कारणों से बैठक नहीं हो सकी है। जल्द होने वाली बैठक में रेग्यूलेशन की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2018 में भाखड़ा बांध के जल स्तर के हिसाब से राजस्थान का शेयर 2, 22, 450 क्यूसेक निर्धारित किया गया है। जबकि वर्ष 2017 में 2,19,128 क्यूसेक शेयर हिस्सा राजस्थान का बना था। इस तरह गत वर्ष की तुलना में अबकी बरस करीब तीन हजार क्यूसेक का इजाफा हुआ है। इससे भाखड़ा क्षेत्र के किसानों को आगे भी सिंचाई लायक पानी मिलता रहेगा।
शेयर पर नजर
इस वर्ष बांधों के जल स्तर के हिसाब से गंगकैनाल सिस्टम का शेयर 3,71, 144 क्यूसेक, भाखड़ा सिस्टम के लिए 2,22,450 क्यूसेक व सिद्धमुख नोहर सिस्टम के लिए 1,06, 093 क्यूसेक निर्धारित किया गया है। भाखड़ा बांध में बीस सितम्बर के बाद एक सप्ताह तक अच्छी आवक होने के कारण शेयर की स्थिति संतोषजनक बनी है। इससे पूर्व इसका जल स्तर काफी कम था।
इंदिरागांधी की स्थिति
रावी व्यास नदियों के पानी में राजस्थान का हिस्सा 26 सितम्बर 2018 से 20 मई 2019 तक 15,36, 262 क्यूसेक डेज बनता है। लेकिन ड्राइ सीजन में संभावित आवक को शामिल करते हुए विभाग ने जो रेग्यूलेशन का प्रस्ताव तैयार किया, उसके अनुसार नहरों को चलाने पर 17, 25, 560 क्यूसेक पानी की आवश्यकता पड़ेगी। इस तरह कुल हिस्से की तुलना में 1, 89, 258 क्यूसेक डेज पानी की कमी रहेगी। जनवरी में रेग्यूलेशन की समीक्षा संभव है। दो अक्टूबर से 26 दिसम्बर तक इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाने का रेग्यूलेशन मंजूर हो चुका है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो