हनुमानगढ़. कोरोना काल में राज्य व केंद्र सरकार भले आर्थिक संकट का सामना करती रही हो लेकिन हनुमानगढ़ में हालात बिलकुल अलग रहे हैं। हालात ऐसे रहे कि जिले के ग्रामीण विकास को लेकर सरकार ने जितना बजट आवंटित किया था, उसे खर्च करने को लेकर अधिकारी व जनप्रतिनिधि मन ही नहीं बना पाए। इस स्थिति में अब यह राशि सरकार को लौटाने की तैयारी चल रही है। आंकड़ों की बात करें तो बीते पांच बरसों में केंद्रीय तथा राज्य वित्त आयोग की अभिशंषा पर जिले की पंचायतीराज संस्थाओं को प्राप्त अनुदान में से बीस करोड़ का उपयोग ही नहीं हो सका। इस मद में जिले की तीनों स्तर की संस्थाओं को 482 करोड़ का अनुदान दिया गया था। यह राशि सरपंच, प्रधान, प्रमुख तथा जिला परिषद व पंचायत समितियों के सदस्यों की अभिशंषा पर वार्षिक कार्ययोजना बनाकर खर्च की जानी थी। मगर नीतिगत सोच नहीं होने के कारण विकास कार्यों के प्रस्ताव समय पर तैयार नहीं हो सके। स्थिति यह है कि जिला परिषद तथा पंचायत समितियों के वार्षिक लेखों के मुताबिक अकेले जिला परिषद में ही गत पांच साल में योजनाओं की बची हुई चार करोड़ राशि अब राज्य सरकार को लौटानी पड़ रही है। इसी तरह सातों पंचायत समितियों के पास भी बंद हो चुकी योजनाओं के तेरह करोड़ राशि अनुपयोगी कैटगिरी में पड़ी हैं।
विकास में इनकी रही रुचि
सरकार से प्राप्त राशि को राशि को खर्च करने में ग्राम पंचायतों ने खूब तत्परता दिखाई। इन्हें आवंटित राशि का 95 प्रतिशत खर्च कर दिया गया है। वहीं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट का दावा है कि चालू वित्तीय वर्ष में प्राप्त हुई राशि की शत-प्रतिशत स्वीकृतियां मार्च के अंत तक जारी कर चालू वर्ष में जिले को प्राप्त 130 करोड़ की अनुदान राशि का उपयोग अगले छह माह के भीतर कर लिया जाएगा।
सरकार से प्राप्त राशि को राशि को खर्च करने में ग्राम पंचायतों ने खूब तत्परता दिखाई। इन्हें आवंटित राशि का 95 प्रतिशत खर्च कर दिया गया है। वहीं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट का दावा है कि चालू वित्तीय वर्ष में प्राप्त हुई राशि की शत-प्रतिशत स्वीकृतियां मार्च के अंत तक जारी कर चालू वर्ष में जिले को प्राप्त 130 करोड़ की अनुदान राशि का उपयोग अगले छह माह के भीतर कर लिया जाएगा।
होगा 40 सदस्यों का निर्वाचन
जिले के विकास कार्यों की प्लानिंग समय पर हो सके, इसके लिए जल्द जिला आयोजना समिति का गठन किया जाएगा। हनुमानगढ़ में जिला आयोजन समिति के गठन को लेकर बैठक का आयोजन आठ मार्च को किया जाएगा। पंजीयन एवं मुद्रांक उपमहानिरीक्षक कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि बैठक सुबह 10 बजे प्रारंभ होगी। जिला आयोजन समिति के सदस्य के लिए नामांकन सुबह 10.30 से 11.30 बजे तक किया जा सकता है। 11.30 बजे से 12.30 बजे तक प्राप्त नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक नाम वापिस लिया जा सकेगा। मतदान दोपहर तीन बजे से प्रारम्भ होकर शाम पांच बजे तक होगा। मतदान होने के बाद 5 बजे मतगणना प्रारम्भ होगी और परिणाम जारी किए जाऐंगे। जिला आयोजन समिति के पुर्नगठन के लिए 20 सदस्यों का निर्वाचन किया जाना है। इनमें से जनसंख्या के अनुपात में 16 सदस्य ग्रामीण क्षेत्रों से एवं चार सदस्य नगरीय क्षेत्रों से निर्वाचित किए जाएंगे।
जिले के विकास कार्यों की प्लानिंग समय पर हो सके, इसके लिए जल्द जिला आयोजना समिति का गठन किया जाएगा। हनुमानगढ़ में जिला आयोजन समिति के गठन को लेकर बैठक का आयोजन आठ मार्च को किया जाएगा। पंजीयन एवं मुद्रांक उपमहानिरीक्षक कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि बैठक सुबह 10 बजे प्रारंभ होगी। जिला आयोजन समिति के सदस्य के लिए नामांकन सुबह 10.30 से 11.30 बजे तक किया जा सकता है। 11.30 बजे से 12.30 बजे तक प्राप्त नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक नाम वापिस लिया जा सकेगा। मतदान दोपहर तीन बजे से प्रारम्भ होकर शाम पांच बजे तक होगा। मतदान होने के बाद 5 बजे मतगणना प्रारम्भ होगी और परिणाम जारी किए जाऐंगे। जिला आयोजन समिति के पुर्नगठन के लिए 20 सदस्यों का निर्वाचन किया जाना है। इनमें से जनसंख्या के अनुपात में 16 सदस्य ग्रामीण क्षेत्रों से एवं चार सदस्य नगरीय क्षेत्रों से निर्वाचित किए जाएंगे।