सोशल मीडिया के माध्यम उठाया सवाल
कांग्रेस पार्षद असलम टाक ने सम्मान समारोह को लेकर कई तरह सवाल सोशल मीडिया पर उठाए। इसके बाद पार्षद अनिल खीचड़ ने भी व्हाट्सअप पर सवालों से कार्यक्रम को घेरा। पार्षद असलम ने आरोप लगाया कि रेलवे लाइन पार संघर्ष समिति में एक संयोजक के अलावा अन्य कोई नहीं था। जबकि इस मुहिम को लेकर सभी ने साझा प्रयास किया था। इसमें लाइन पार के वार्ड के पार्षद व पूर्व पार्षद भी शामिल थे। लेकिन उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित करना तो दूर जानकारी तक नहीं दी गई। इसके अलावा आचार संहिता में 17 अक्टूबर को कार्य आदेश जारी किए गए। इस पर भी कटाक्ष कर लिखा गया। इसके अलावा उन्होंने लिखा समिति ने उन तमाम घरों से सहमति नहीं ली गई, जिनके घरों के आगे से जा रहा मार्ग बिल्कुल खत्म हो जाएगा। नागरिक घरों में कैद हो जाएंगे। फ्लाइओवर तक जाने वाले एक मात्र मार्ग बंद हो जाएगा। आरोप लगाया कि फाटक को बंद कर सरकारी गोदामों की जमीनों को हथियाने की आंशका है। पार्षद अनिल खीचड़ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में इस मुहिम को वार्डवासियों ने शुरू किया। प्रेम बंसल के घर पर मैने ही एक समिति का गठन कर आंदोलन को तेज करने की बात कही थी। इसके चलते समिति का गठन कर 12 किमी पैदल सफर कांग्रेस के विधायक व सासंद को ज्ञापन भी सौंपा। आरोप लगाया कि कार्यक्रम के दौरान समिति के अन्य सदस्यों को आमंत्रित नहीं किया गया। इधर, प्रेम बंसल का कहना है कि इस मुद्दे पर बेवजह राजनीति की जा रही है और कुछ नहीं।
कांग्रेस पार्षद असलम टाक ने सम्मान समारोह को लेकर कई तरह सवाल सोशल मीडिया पर उठाए। इसके बाद पार्षद अनिल खीचड़ ने भी व्हाट्सअप पर सवालों से कार्यक्रम को घेरा। पार्षद असलम ने आरोप लगाया कि रेलवे लाइन पार संघर्ष समिति में एक संयोजक के अलावा अन्य कोई नहीं था। जबकि इस मुहिम को लेकर सभी ने साझा प्रयास किया था। इसमें लाइन पार के वार्ड के पार्षद व पूर्व पार्षद भी शामिल थे। लेकिन उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित करना तो दूर जानकारी तक नहीं दी गई। इसके अलावा आचार संहिता में 17 अक्टूबर को कार्य आदेश जारी किए गए। इस पर भी कटाक्ष कर लिखा गया। इसके अलावा उन्होंने लिखा समिति ने उन तमाम घरों से सहमति नहीं ली गई, जिनके घरों के आगे से जा रहा मार्ग बिल्कुल खत्म हो जाएगा। नागरिक घरों में कैद हो जाएंगे। फ्लाइओवर तक जाने वाले एक मात्र मार्ग बंद हो जाएगा। आरोप लगाया कि फाटक को बंद कर सरकारी गोदामों की जमीनों को हथियाने की आंशका है। पार्षद अनिल खीचड़ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में इस मुहिम को वार्डवासियों ने शुरू किया। प्रेम बंसल के घर पर मैने ही एक समिति का गठन कर आंदोलन को तेज करने की बात कही थी। इसके चलते समिति का गठन कर 12 किमी पैदल सफर कांग्रेस के विधायक व सासंद को ज्ञापन भी सौंपा। आरोप लगाया कि कार्यक्रम के दौरान समिति के अन्य सदस्यों को आमंत्रित नहीं किया गया। इधर, प्रेम बंसल का कहना है कि इस मुद्दे पर बेवजह राजनीति की जा रही है और कुछ नहीं।