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चौकी प्रभारी को हटाया, एसएचओ की भूमिका की होगी जांच

locationहनुमानगढ़Published: Oct 22, 2018 12:03:08 pm

Submitted by:

Anurag thareja

चौकी प्रभारी को हटाया, एसएचओ की भूमिका की होगी जांच- दो दिन बाद माने मृतक के परिजन, कराया पोस्टमार्टम- पानी की बारी को लेकर प्रौढ़ की गोली मारकर हत्या का मामला

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चौकी प्रभारी को हटाया, एसएचओ की भूमिका की होगी जांच

हनुमानगढ़/पीलीबंगा. जाखड़ांवाली के चक चार बीएचएम में पानी की बारी तथा खाळे को लेकर चल रही रंजिश में प्रौढ़ की गोली मारकर हत्या के मामले में आखिरकार दो दिन बाद रविवार को परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। शनिवार के बाद रविवार को भी दिन-भर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी समझाइश में लगे रहे। कई दौर वार्ता के चले। इस दौरान कई जन प्रतिनिधि भी पहुंचे। अंतत: रविवार शाम को जब जाखड़ांवाली चौकी प्रभारी को हटाने की जानकारी पुलिस अफसरों ने मृतक के परिजनों को दी तो वे पोस्टमार्टम कराने के लिए मान गए। शेष दो मांग आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी तथा पीलीबंगा थाना प्रभारी धीरेन्द्र सिंह को हटाने के संबंध में जांच के बाद कार्यवाही का भरोसा दिलाया गया। मृतक का शव शाम को परिजनों को सौंप दिया गया। उसका संस्कार सोमवार सुबह होगा।
इससे पूर्व दिन-भर मृतक के परिजनों को पोस्टमार्टम कराने के लिए समझाइश की गई। जिला अस्पताल में परिजनों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर लापरवाही बरतने तथा स्थानीय विधायक के दबाव में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। पीलीबंगा थाना प्रभारी व जाखड़ांवाली चौकी प्रभारी को हटाने तथा सभी आरोपितों की गिरफ्तारी होने पर ही पोस्टमार्टम कराने के लिए अड़ गए। जिला अस्पताल परिसर में चल रहे धरना-प्रदर्शन में कई जन प्रतिनिधि पहुंचे। एएसपी हरिराम चौधरी, हनुमानगढ़ डीएसपी विरेन्द्र जाखड़, रावतसर डीएसपी दिनेश राजोरा, एडीएम हनुमानगढ़ प्रभातीलाल जाट सहित कई अधिकारी समझाइश में जुटे रहे। भाजपा नेता अमित सहू, भाजपा प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष सुशील गोदारा आदि भी वार्ता के दौरान आए। मगर बात नहीं बनी। अंतत: शाम को पुलिस अधिकारियों तथा मृतक के परिजन हरिराम, इमीलाल, धन्नाराम, महावीर जाट, सुशील कुमार, पूर्व सरपंच चुन्नीराम आदि के बीच वार्ता हुई। इसमें जाखड़ांवाली चौकी इंचार्ज को हटाने, उक्त प्रकरण में जांच में दोषी पाए जाने पर थाना प्रभारी धीरेन्द्रसिंह को हटाने तथा प्रकरण में संलिप्त सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया गया। इस पर परिजन सहमत हो गए।
राजनीतिक दबाव का आरोप
मृतक परिजनों व ग्रामीणों का आरोप था कि पृथ्वीराज वगैरा का कालूराम, भोजराज आदि के साथ खाळे को लेकर विवाद चल रहा था। पिछले दिनों अधिशासी अभियंता ने पृथ्वीराज आदि के पक्ष में आदेश दिए थे। अधिशासी अभियंता के आदेशों पर उन्होंने खाळे को मिटा दिया। इससे कालूराम वगैरा रंजिश रखने लगे। १९ अक्टूबर की सुबह पृथ्वीराज वगैरह खेत में थे। तभी कालूराम आदि ने वहां आकर देख लेने की धमकी दी। इसकी शिकायत उसी दिन पीलीबंगा थाना प्रभारी धीरेन्द्र सिंह शेखावत को लिखित में कर कार्रवाई की मांग की गई। आरोप है कि पीलीबंगा विधायक द्रोपती मेघवाल के दबाव में पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। शाम को करीब साढ़े सात बजे कालूराम वगैरह धारदार हथियारों व लाठियों से लैस होकर खेत पहुंचे और पृथ्वीराज की हत्या कर दी। जबकि तीन जने जख्मी हो गए। हत्या के बाद शुक्रवार रात से ही शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ था। दो दिनों के दौरान जिले भर के कई अफसरों ने परिजनों को समझाने के लिए वार्ता की।
हत्या मामले में ११ नामजद
पीलीबंगा पुलिस ने शुक्रवार देर रात हत्या के आरोप में 1५ जनों के खिलाफ हत्या तथा हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। इसमें ११ जनों को नामजद किया गया है। पुलिस के अनुसार मृतक पृथ्वीराज (51) पुत्र मनफूलराम पटीर निवासी चक चार बीएचएम जाखड़ांवाली के भाई हरीराम पुत्र मनफूलराम मेघवाल की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया। आरोप है कि १९ अक्टूबर की देर शाम को कालूराम, भोजराज, विनोद पुत्र कृष्णलाल, पालाराम, अमरचन्द, चानणराम, सुशील, मनीराम, सुरेश, कृष्णलाल, हरचंद के अलावा 4-5 अन्य जने लाठी, डंडे, गंडासी, बंदूक व पिस्तौल लेकर खेत में घुसे और उन पर हमला कर दिया। कालूराम व भोजराज ने फायर किए। अन्य ने लाठियों व गंडासियों से हमला कर दिया। गोली लगने से पृथ्वीराज पटीर गंभीर जख्मी हो गया। वहीं कनीराम पटीर, थिराज व धन्नाराम भी छर्रे लगने व मारपीट में जख्मी हो गए। चारों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान पृथ्वीराज की मौत हो गई।
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