ऐसे में कई किसानों की अधिकांश जमीन नेशनल हाइवे की सीमा में आ रही है। कईयों की जमीन से नेशनल हाइवे निकलने से भूमि दो भागों में बंट रही है। इसके चलते किसान ४८ दिन से धरने पर बैठे हैं। कई दफा नेशनल हाइवे के अधिकारियों की उपस्थित में बैठक भी हुई लेकिन मांगे नहीं माने जाने पर वार्ता विफल हो गई। संघर्ष समिति अध्यक्ष दलीप छिम्पा ने बताया कि जिले के समस्त विधायकों से किसान संघर्ष समिति की वार्ता हो चुकी है और उनके दस दिन के आश्वासन पर किसान शांत हैं। जिसमें से अब केवल सात दिन शेष हंै।
किसान संघ की हुई बैठक
हनुमानगढ़. भारतीय किसान संघ तहसील हनुमानगढ़ की मासिक बैठक मंगलवार को किसान भवन में हुई। इसमें संभाग अध्यक्ष प्रेम बेनीवाल, प्रभारी विनोद मांझू, प्रांत महामंत्री विनोद धारणियां आदि बैठक में मौजूद रहे। सभी ने किसानों की समस्याओं पर चर्चा कर इसके समाधान को लेकर एकजुट होने की बात कही। किसान नेता बीरबलराम भांभू ने नरमा-कपास खरीद की तैयारी शुरू करने की मांग की। रामेश्वर सुथार, बनवारीलाल जाखड़, कृष्ण कुमार नैण, इंद्रजीत धारणियां आदि मौजूद रहे।