सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तहसीलदार सत्य नारायण सुथार ने बताया कि गांव निवासी प्रदीप पुत्र पीरदान मेघवाल के खेत चक 13 एसबीएन में नगराना गांववासी जग्गासिंह (55) पुत्र करतारसिंह मजबीसिख जमीन पांचवे हिस्से पर ठेका पर लेकर काश्त करता था। उसके साथ ही चक 7 केपीडी रोही रावला मंडी (श्रीगंगानगर) निवासी नरेन्द्र कुमार (33) पुत्र ज्ञानचंद मजदूर के रुप में काम करता था। मंगलवार रात को वे खेत में पानी लगा रहे थे कि अचानक तेज बरसात शुरु हो गई। दोनों ने बरसात से बचने के लिए पास ही बने तूड़ी डालने के लिए बने एक कमरे में जिसकी छतें कच्ची थीं। छत का नाला जाम होने से बरसाती पानी ऊपर जमा होने लगा। इसी के चलते छत अचानक भरभराकर नीचे गिर गई। तभी मलबे के नीचे दबने से दोनों की मौत हो गई।
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सुबह जब जग्गासिंह का बेटा रोटी देने खेत आया तो कोई उसे दिखाई नहीं दिया। लोगों के साथ मलबा हटाकर ढूंढा तो उनके शव मिले। हालांकि उनका रहने का कमरा थोड़ी दूर पर बना हुआ था। लेकिन होनी तो होकर रही। उनकी मौत इसी तूड़ी के कोठे में विधाता ने लिख दी थी। प्रशासन ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार की है। स्थानीय लोगों से भी मदद देने को कहा गया है। वहीं नियमानुसार यथासंभव सहायता पीडि़़त परिवार को दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। खबर फैलते ही मौके पर थाना प्रभारी, सरपंच प्रतिनिधि योगेश व रामनिवास तिवाड़ी, गिरदावर हरबंश नैण, पटवारी ओमप्रकाश वर्मा, एएसआइ सुखपालसिंह सहित दर्जनों ग्रामीण पहुंच गए। मृतकों के शव हस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। जहां पोस्टमॉर्टम व आगामी कार्रवाई होगी।