इधर…
अजमेर के संस्कृत कॉलेज में एनएसयूआई ने लहराया परचम। यहां संस्कृत कॉलेज में एनएसयूआई के कालूसिंह सोलंकी अध्यक्ष निर्वाचित हुए है। आज सभी कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में सुबह 11 बजे से मतगणना शुरू हुई। मतगणना का काम निरंतर जारी है। जिसमें छात्रसंघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद फैसला होने वाला है। इसका सभी छात्र संगठनों, प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं-विद्यार्थियों को बेसब्री से इंतजार है।
अजमेर के संस्कृत कॉलेज में एनएसयूआई ने लहराया परचम। यहां संस्कृत कॉलेज में एनएसयूआई के कालूसिंह सोलंकी अध्यक्ष निर्वाचित हुए है। आज सभी कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में सुबह 11 बजे से मतगणना शुरू हुई। मतगणना का काम निरंतर जारी है। जिसमें छात्रसंघ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद फैसला होने वाला है। इसका सभी छात्र संगठनों, प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं-विद्यार्थियों को बेसब्री से इंतजार है।
सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय, लॉ कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, दयानंद कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में बीती 31 अगस्त को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए चुनाव हुए थे। इनमें निर्दलीय सहित एनएसयूआई, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशियों ने ताल ठोकी है।
बढ़ी प्रत्याशियों-कार्यकर्ताओं की धडकऩें
चुनाव परिणाम को लेकर प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं की धडकऩें बढ़ी हुई है। जहां एनएसयूआई के लिए पिछले साल की सफलता को बनाया रखना चुनौती है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी परचम लहराने को बेताब है। इस बार सभी संस्थाओं में हुए कम मतदान ने दोनों छात्र संगठनों की नींद उड़ा दी है। एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बागी उम्मीदवार भी उतरे हैं। श्रमजीवी कॉलेज में निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। लॉ कॉलेज में भी अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष तथा संस्कृत कॉलेज में भी उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव का निर्विरोध हुआ है। अन्य कॉलेज में दोनों छात्र संगठनों के बीच सीधा मुकाबला है।
चुनाव परिणाम को लेकर प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं की धडकऩें बढ़ी हुई है। जहां एनएसयूआई के लिए पिछले साल की सफलता को बनाया रखना चुनौती है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी परचम लहराने को बेताब है। इस बार सभी संस्थाओं में हुए कम मतदान ने दोनों छात्र संगठनों की नींद उड़ा दी है। एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बागी उम्मीदवार भी उतरे हैं। श्रमजीवी कॉलेज में निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। लॉ कॉलेज में भी अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष तथा संस्कृत कॉलेज में भी उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव का निर्विरोध हुआ है। अन्य कॉलेज में दोनों छात्र संगठनों के बीच सीधा मुकाबला है।