लगभग एक पखवाड़े से आरयूबी में लगातार पानी रिस रिस कर आ रहा है। वर्तमान में भी आरयूबी के अन्दर पानी भरा हुआ है। हालांकि इससे वाहन आ-जा रहे है लेकिन लगातार पानी रहने और वाहनों के आवागमन से पूरी तरह फिसलन बनी हुई है। कभी भी बड़ी जन हानि का सबब यह पानी बन सकता है। खास कर रात्रि के समय आरयूबी से निकलना खतरनाक हो गया है।
आरयूबी के ऊपर नहीं है पानी निकासी
रेलवे अण्डरब्र्रिज (आरयूबी) के ऊपर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बना हुआ है। आरओबी और आरयूबी के मध्य रेल पटरियां हैं। वहां से पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। इससे बरसात में मिट्टी के ऊपर रूका हुआ पानी आरयूबी के ब्लॉक में से हो कर अन्दर चला जाता है। दूसरा आरयूबी के साथ से हो कर गंदे पानी का नाला गुजरता है। यह भी बरसात के दौरान ओवरफ्लो हो जाता है। इसका भी पानी रिस कर आरयूबी में जाता है। इसके अलावा एक पाइप लाइन भी आरयूबी के नजदीक से निकलती है। इसके क्षतिग्रस्त होने पर भी पानी आरयूबी में जाता है।
& बरसात आदि से पानी आरयूबी में जाता है। इससे आरयूबी को कोई खतरा नहीं है। आरसीसी के ब्लॉक बहुत मजबूत होते है, फिर भी पानी अन्दर नहीं जाना चाहिए, इससे आवागमन में परेशानी होती है। – सुभाष बंसल, अधिशासी अभियंता, नगर परिषद, हनुमानगढ़।
& पीडब्ल्यूडी रेलवे अण्डर ब्रिज की निर्माण एजेंसी है, इसके रखरखाव की जिम्मेदारी भी पीडब्ल्यूडी की है। ऐसे में अभियंताओं को इस पर ध्यान देना चाहिए। पानी अन्दर जाने से जनता को बहुत परेशानी होती है। – प्रवीण मेहन, आरटीआई कार्यकर्ता, हनुमानगढ़।
& आरयूबी में अक्सर पानी भर जाता है। अभी लगभग पन्द्रह बीस दिन से पानी एकत्रित है। आवागमन में बहुत ज्यादा परेशानी होती है। जिम्मेदार निर्माण एजेंसियों को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। – आशीष गोयल, सेक्टर बारह निवासी, हनुमानगढ़।
& रेलवे अण्डर ब्रिज के पास से रेलवे की पाइप लाइन गुजरती है, वह लीक हो जाती है तो पानी अन्दर आता है। उसे ठीक भी करवाया गया था, थोड़ा बहुत पानी आता है, समस्या ज्यादा नहीं है। फिर भी देख लेते हैं। – गुरनाम सिंह चौहान, अधिक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी, हनुमानगढ़।
व्यू
क्या बड़ी समस्या पर ही सक्रिय होता है प्रशासन ?
रेलवे अण्डर ब्रिज (आरयूबी) में रिस-रिस कर पानी आने की समस्या बहुत बड़ी नहीं है। क्या महज इस कारण ही इसकी अनदेखी की जा रही है। क्या समस्या वही बड़ी होती है। जिससे किसी व्यक्ति की जान चली जाए अथवा बड़ी दुर्घटना हो जाए ? क्या प्रशासन अथवा पीडब्ल्यूडी तभी सक्रिय होंगे जब यह सब हो जाएगा। मात्र एक बार इन संबंधित एजेंसियों के नुमाइदे साइकिल अथवा पैदल रेलवे अण्डरब्रिज से निकल जाएं, उन्हें अहसास हो जाएगा कि प्रतिदिन इस अण्डरब्रिज से साइकिल और पैदल निकलने वाले सैकड़ों शहरवासी कितने परेशान हैं। रिस-रिस कर पानी भर जाने से बनी फिसलन से निकलने में नागरिक कितने परेशान होते हैं, यह वही जानते हैं जो इसका सामना कर रहे हैं। दुखद पहलू यह है कि पीडब्ल्यूडी ने आरयूबी निर्माण के बाद तीन साल के लिए रखरखाव का जिम्मा भी निर्माण करने वाली कम्पनी को दिया है, फिर भी समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। लगता है प्रशासन और पीडब्ल्यूडी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।