दुकान के अंदर पीछे की ओर बने कैबिन में उन्हें लैपटॉप चलाते व मोबाईल पर बातें कर सौदा लिखते वार्ड 21 निवासी सुखजिंद्रसिंह (३०) पुत्र रघुवीर सिंह जटसिख तथा वार्ड ५ निवासी धीरज (२३) पुत्र प्यारेलाल सैन मिले। पुलिस को देख वे हड़बड़ा गए। उन्होंने पूछताछ में बताया कि उनके यहां एमसीडीईएक्स के जरिए जिंसों का वायदा सौदे होते हंै।
जिसके लिए कांट्रेक्ट का समय भाव बताने के साथ किसी सदस्य को दर्ज न कर सीधे सट्टे के रूप में लिखते हैं। उन्हें बिना अनुज्ञा-पत्र अवैध धंधा करने पर धारा 21द फारवर्ड कॉन्ट्रेक्ट एक्ट 1952 के तहत गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से लैपटॉप, डोंगल, चार मोबाईल, रजिस्टर व अन्य लिखित पेज बरामद किए।
ढाबां में लगाई मीठे पानी की छबील
संगरिया. बस स्टैंड ढाबां पर गुरुद्वारा मार्केट व जीप कार यूनियन ने जन सहयोग से ठंडे मीठे पानी की छबील लगाई। भीषण गर्मी के मौसम में राहगीरों व ग्रामीणों के प्यासे हलक तर कर राहत दी।
संगरिया. बस स्टैंड ढाबां पर गुरुद्वारा मार्केट व जीप कार यूनियन ने जन सहयोग से ठंडे मीठे पानी की छबील लगाई। भीषण गर्मी के मौसम में राहगीरों व ग्रामीणों के प्यासे हलक तर कर राहत दी।
सरसों-चना का करोड़ों बकाया, किसानों में रोष, मिले भुगतान
संगरिया. समर्थन मूल्य पर सरसों व चना खरीद का भुगतान नहीं होने जहां किसानों में रोष व्याप्त है। वहीं व्यापारियों ने भुगतान कराने की मांग सहकारिता मंत्री, सीएम व विभागीय अधिकारियों से की है। व्यापार मंडल अध्यक्ष कृष्ण जैन ने इन्हें सौंपे ज्ञापन में कहा कि राजफैड ने संगरिया क्रय विक्रय सहकारी समिति के जरिए समर्थन मूल्य पर किसानों से सीधे सरसों एवं चना की खरीद की। किसानों के खाते में आरटीजीएस से 30 अप्रेल के बाद भुगतान नहीं हुआ।
संगरिया. समर्थन मूल्य पर सरसों व चना खरीद का भुगतान नहीं होने जहां किसानों में रोष व्याप्त है। वहीं व्यापारियों ने भुगतान कराने की मांग सहकारिता मंत्री, सीएम व विभागीय अधिकारियों से की है। व्यापार मंडल अध्यक्ष कृष्ण जैन ने इन्हें सौंपे ज्ञापन में कहा कि राजफैड ने संगरिया क्रय विक्रय सहकारी समिति के जरिए समर्थन मूल्य पर किसानों से सीधे सरसों एवं चना की खरीद की। किसानों के खाते में आरटीजीएस से 30 अप्रेल के बाद भुगतान नहीं हुआ।
दो जून तक 559 किसानों से चना खरीद बदले 30 अप्रेल तक 259 को भुगतान मिला है। 300 किसानों का 2 करोड़ 83 लाख 49,200 रुपए बाकी हैं। इसी तरह से 1844 किसानों से सरसों खरीद हुई जिनमें ३० अप्रेल तक 494 को भुगतान मिला है। जबकि 1350 किसानों का 16 करोड़ 77 लाख 62 हजार रुपए भुगतान बकाया है।