अनुदान इस आधार पर
नए प्रावधानों के तहत एक से पन्द्रह के नामांकन पर 12500 रुपए, 16 से 100 के नामांकन पर 25000 रुपए तथा 101 से 250 के नामांकन पर 50000 रुपए अनुदान मिलेगा। जबकि 251 से 1000 के नामांकन पर 75000 रुपए तथा एक हजार से ऊपर नामांकन होने पर एक लाख रुपए अनुदान जारी किया जाएगा। मगर जिले में ऐसे विद्यालय बहुत कम हैं।
फायदा कम, नुकसान ज्यादा
नए मापदंडों से 250 तक नामांकन वाले विद्यालयों को 17 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है मतलब इतनी राशि इनको गत वर्ष की तुलना में कम मिलेगी। जबकि 251 से 1000 नामांकन वाले विद्यालयों को 75 हजार रुपए अनुदान मिलेगा। गत वर्ष से केवल तीन हजार अधिक। जाहिर है कि नुकसान 12 हजार का हो रहा है। जबकि फायदा केवल तीन हजार का। क्योंकि एक हजार से अधिक नामांकन वाले विद्यालय तो गिनती के ही हैं।
अब दस प्रतिशत
गत वर्ष तक स्वच्छता के लिए 5000 रुपए की राशि जारी होती थी। मगर नए मापदंडों के तहत अब कुल जारी अनुदान का दस प्रतिशत हिस्सा स्वच्छता संबंधी कार्यों पर खर्च होगा।