क्या था मामला
गौरतलब है कि बद्रीप्रसाद जाट पुत्र जयमल पूनिया निवासी वार्ड नम्बर 13, अराईयांवाली ने बुधवार को टाउन थाने में रिपोर्ट दी थी कि मंगलवार रात नौ बजे वह अपने बेटे सुनील के साथ ऊंट गाड़े पर 27 एनडीआर खेत से घर आ रहा था। गांव अराईयांवाली में श्मशान भूमि के पास पुलिया पर पहुंचे तो छिपकर बैठे मुकेश, सुभाष, मदन, कालूराम चारों निवासी अराईयांवाली व रमेश निवासी 22 एनडीआर के अलावा दो अन्य ऊंटगाड़ा के पास आए। उसके बेटे सुनील को नीचे उतार उस पर लाठियों, सरियों व पाइपों से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। मारपीट में सुनील के गम्भीर चोटें लगी। आरोपितों ने साफे से गला घोंटकर सुनील की हत्या कर दी। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपी सुभाष, मदन व रमेश बाइक पर लादकर सुनील के शव को गांव दौलतांवाली से पहले सूरतगढ़ ब्रांच ले गए। वहां सुनील के हाथ-पैर बांध उसे नहर में फेंक दिया तथा भाग गए।