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हनुमानगढ़

बांधों की सुरक्षा को लेकर आज होगी बीबीएमबी की आपात बैठक

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हनुमानगढ़. हिमाचल में बने भाखड़ा और पौंग बांध से राजस्थान के दस जिलों को नहरी पानी मुहैया होता है। इस बार बादलों की मेहरबानी से इतना पानी बरसा है कि अब इसे सहेजना मुश्किल हो गया है। प्रतिदिन हजारों क्यूसेक पानी की आवक होने से दोनों बांध लबालब हो रहे हैं।
 

हनुमानगढ़Aug 20, 2019 / 11:15 am

Purushottam Jha

nahar

बांधों की सुरक्षा को लेकर आज होगी बीबीएमबी की आपात बैठक

इतना बरसा पानी कि अब सहेजना हो रहा मुश्किल
-प्रदेश के दस जिलों को पानी उपलब्ध करवाने वाले दोनों बांध हुए लबालब
हनुमानगढ़. हिमाचल में बने भाखड़ा और पौंग बांध से राजस्थान के दस जिलों को नहरी पानी मुहैया होता है। इस बार बादलों की मेहरबानी से इतना पानी बरसा है कि अब इसे सहेजना मुश्किल हो गया है। प्रतिदिन हजारों क्यूसेक पानी की आवक होने से दोनों बांध लबालब हो रहे हैं। जबकि बांधों का जो भराव अवधि माना जाता है वह २१ सितम्बर तक माना जाता है। इस स्थिति में आगे और पानी की आवक होने पर इसका प्रबंधन कैसे किया जाए, यह बीबीएमबी के लिए चुनौती बन गया है। बांधों का लेवल कैसे मेनटेन किया जाए तथा बांधों को सुरक्षित बनाने सहित अन्य कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा के लिए बीबीएमबी ने चंडीगढ़ में बीस अगस्त को आपात बैठक बुलाई है।
जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद कुमार मित्तल ने बताया कि १९ अगस्त २०१९ को पौंग बांध में ९१९९४ क्यूसेक पानी की आवक हुई। इसी तरह भाखड़ा में एक लाख २९ हजार क्यूसेक पानी की आवक हुई। भाखड़ा बांध उफान पर है, जबकि पौंग भी लबालब हो रहा है। भविष्य में और तेज बारिश होने पर जल प्रबंधन कैसे किया जाएगा, इस पर चर्चा करने के लिए बीबीएमबी ने संबंधित राज्यों के प्रतिनिधियों की आपात बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि सतलुज दरिया के उफान पर होने के कारण पंजबा में दरिया के आसपास के बसे कुछ गांवों में हाइ अलर्ट जारी कर दिया गया है। इन गांवों को खाली करवाने का आदेश स्थानीय प्रशासन ने दिया है।
हरिके बैराज का पौंड लेवल घटाया
रोपड़ हेड वक्र्स के आसपास अच्छी बरसात होने के बाद हरिके डाउन स्ट्रीम में काफी मात्रा में पानी प्रवाहित किया जा रहा है। हरिके बैराज का पौंड लेवल भी पांच फीट घटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि हरिके डाउनस्ट्रीम में १९ अगस्त को ८२००० क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया। यह पानी हुसैनीवाला हैड के जरिए पाक क्षेत्र में भेजा जाएगा। हुसैनीवाला हैड पर कुल २९ गेट लगाए गए हैं। इनमें चार-पांच गेट खोल दिए गए हैं। जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ में रेग्यूलेशन विंग के एक्सईएन लखपतराय मेहरड़ा ने बताया कि रोपड़ एरिया में बारिश चल रही है। इससे हरिके बैराज क्षेत्र में पानी की खूब आवक हो रही है। बैराज की सुरक्षा को देखते हुए काफी मात्रा में पानी प्रवाहित किया जा रहा है।
इधर घग्घर में आवक तेज
शिवालिक की पहाडिय़ों के आसपास अच्छी बरसात होने से घग्घर नदी में पानी का प्रवाह तेज हो गया है। गुल्लाचिक्का हैड पर १९ अगस्त को ३१३८२ क्यूसेक पानी चल रहा था। जबकि खनौरी पर ५७५० तथा चांदपुर में ३१५० क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा था। आने वाले दिनों में आवक में और बढ़ोतरी होने के आसार हैं। तीन-चार दिन पहले तक गुल्ला चिक्का पर महज १५०० से २००० क्यूसेक पानी चल रहा था। बरसात के बाद अचानक पानी का प्रवाह तेज हो गया है।
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